राजगीर. नालंदा विश्वविद्यालय के सुषमा स्वराज सभागार में रविवार को सोसाइटी ऑफ साउथ एशिया आर्कियोलॉजी (एसओएसएए) के लगभग 250 प्रतिनिधियों की मेजबानी की. प्रख्यात पुरातत्वविद् और एसओएसएए के अध्यक्ष प्रोफेसर वसंत शिंदे ने सभा को संबोधित किया. एसओएसएए प्रतिनिधियों की यह यात्रा उनके 8वें अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस का हिस्सा थी, जो हर दूसरे वर्ष आयोजित किया जाने वाला कार्यक्रम है. अपने संबोधन में प्रोफेसर शिंदे ने उल्लेख किया कि प्राचीन नालंदा की स्थापना पारंपरिक भारतीय गुरुकुल प्रणाली पर आधारित थी. विश्वविद्यालय का पुनर्जीवित रूप एक बार फिर अपने प्राचीन गौरव को प्राप्त करने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि एसओएसएए को इस प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय के साथ जुड़कर खुशी होगी उन्होंने वर्तमान कुलपति (अंतरिम) प्रोफेसर अभय कुमार सिंह को उनके दूरदर्शी नेतृत्व और शैक्षणिक ढांचे को मजबूत करने के लिए बधाई दी. बिहार संग्रहालय के उप निदेशक श्री सुनील कुमार झा भी कार्यक्रम के सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित थे.
BREAKING NEWS
Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.
Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.
Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement
प्राचीन भारत के गुरुकुल प्रणाली पर आधारित थी नालंदा की परंपरा : प्रो शिंदे
Advertisement
Around 250 delegates of the Society of South Asia Archaeology (SOSAA) were hosted at the Sushma Swaraj Auditorium of Nalanda University on Sunday.
ऑडियो सुनें
ट्रेंडिंग टॉपिक्स
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Word Of The Day
Sample word
Sample pronunciation
Sample definition