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देवघर : सीसीटीवी संचालक व कंप्यूटर ऑपरेटर को कैसे मिली राहुल गांधी के साथ मंदिर में प्रवेश की अनुमति

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लोगों का यह भी कहना है कि क्या पंडा धर्मरक्षिणी सभा के महामंत्री समेत पूर्व मंत्री केएन झा व दुर्लभ मिश्र के मंदिर में प्रवेश करने से सुरक्षा पर खतरा हो सकता था.

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देवघर बाबा मंदिर में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के आगमन के दौरान सुरक्षा मामले में चूक व हंगामा करने के मामले में एफआइआर के बाद कई सवाल उठ रहे हैं. राहुल गांधी को पूजा कराने के लिए पांच पुजारियों को ही बाबा मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश करने की अनुमति होने की बात थाने में दर्ज शिकायत में कही गयी. जबकि गर्भ में पांच की जगह 13 लोग दिख रहे हैं. इसके अलावा गर्भ गृह में बाबा मंदिर के सीसीटीवी संचालक सुबोध कुमार वर्मा, शीघ्रदर्शनम काउंटर के कंप्यूटर ऑपरेटर सौरभ झा, जबकि मंझला खंड में मंदिर कर्मचारी रमेश मिश्रा, आदित्य फलहारी सहित कई लोग मौजूद थे. इसका पूरा प्रमाण बाबा मंदिर में लगे सीसीटीवी फुटेज में कैद है. ऐसे में लोगों में यह चर्चा है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक कैसे हो सकती है. ये लोग मंदिर के अंदर कैसे प्रवेश कर गये. सवाल उठ रहे हैं कि सीसीटीवी संचालक, कंप्यूटर ऑपरेटर सहित अन्य मंदिर कर्मचारियों की वहां क्या आवश्यकता थी. वे किसकी अनुमति से गर्भ गृह में प्रवेश किये. लोगों का यह भी कहना है कि क्या पंडा धर्मरक्षिणी सभा के महामंत्री समेत पूर्व मंत्री केएन झा व दुर्लभ मिश्र के मंदिर में प्रवेश करने से सुरक्षा पर खतरा हो सकता था.

हटाये गये कुंडा थानेदार, जेएसआई प्रभार में

आखिरकर कुंडा थानेदार प्रवीण कुमार को वरीय पदाधिकारी द्वारा कर्तव्यहीनता के आरोप में हटाये गये. चार दिन पूर्व उनके निलंबित किये जाने की चर्चा जोरों पर थी. हालांकि, उनका निलंबन तो नहीं हुआ, लेकिन चार दिन बाद लाइन हाजिर कर दिया गया. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कुंडा थाना प्रभारी प्रवीण कुमार बुधवार रात को ही लाइन हाजिर किये गये. फिलहाल, कुंडा थानेदार का प्रभार उसी थाने में कार्यरत एक जेएसआई संतन कुमार को मिला है. हालांकि, इस मामले में पुलिस के कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कुंडा थाना प्रभारी के खिलाफ एक व्यक्ति ने अवैध रूप से जमीन घेराबंदी कराने, चरकू नाम के कथित प्राइवेट चालक से वसूली कराने और एक को थाना लाकर जनेऊ खुलवाकर हाजत में बंद करने व मूल कागजात मंगाकर फाड़ देने का आरोप लगाते हुए वरीय पुलिस पदाधिकारी को शिकायत दी थी. आशंका जतायी जा रही है कि उसी शिकायत पर संभवत: थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई हुई होगी. इसके अलावे कुंडा थानेदार के चरकू नाम के कथित प्राइवेट चालक का सोशल साइट पर हथियार के साथ फोटो भी वायरल हुआ था. सूत्रों की मानें तो थानेदार का कथित प्राइवेट चालक उसी थाना क्षेत्र के एक चौकीदार का पुत्र बताया जाता है.

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