16.1 C
Ranchi
Saturday, February 8, 2025 | 01:21 am
16.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

कहलगांव और फरक्का से बिजली लेगा बिहार, तीन सरेंडर इकाइयों से 159 मेगावाट देगा NTPC

Advertisement

बिजली कंपनी ने एक महीने पहले ही फरक्का की दो और कहलगांव की एक इकाई से करीब 850 बिजली मेगावाट सरेंडर की थी. इसको लेकर कंपनी ने तर्क दिया था कि यह तीनों इकाइयां काफी पुरानी हो चुकी हैं. इसके एवज में उनके पास पर्याप्त मात्रा में सस्ती बिजली उपलब्ध है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

पटना. सूबे के फरक्का और कहलगांव की सरेंडर की गयी तीन उत्पादन इकाइयों से बिहार 159 मेगावाट बिजली लेगा. ऊर्जा मंत्रालय की पूर्वी क्षेत्र विद्युत समिति (इआरपीसी) के आदेश पर बिहार विद्युत विनियामक आयोग ने मुहर लगाते हुए बिजली कंपनियों को खरीद की मंजूरी दे दी है. उपरोक्त परियोजनाओं से यह बिजली सीइआरसी (केंद्रीय विद्युत विनियामक आयोग) द्वारा पहले से अनुमोदित दर पर उपलब्ध होगी. बिहार विद्युत विनियामक आयोग के सदस्य (तकनीकी) अरुण कुमार सिन्हा और सदस्य (विधि) पीएस यादव की बेंच ने इससे जुड़ी बिजली कंपनियों की याचिका पर निर्णय देते हुए कहा कि याचिकाकर्ताओं को फरक्का के स्टेज वन और स्टेज टू इकाई से 107.751 मेगावाट और एनटीपीसी की कहलगांव इकाई से 51.520 मेगावाट 24 घंटे उपलब्ध करायी जायेगी.

- Advertisement -

एक महीने पहले ही सरेंडर की थी बिजली

दरअसल बिजली कंपनी ने एक महीने पहले ही फरक्का की दो और कहलगांव की एक इकाई से करीब 850 बिजली मेगावाट सरेंडर की थी. इसको लेकर कंपनी ने तर्क दिया था कि यह तीनों इकाइयां काफी पुरानी हो चुकी हैं. इसके एवज में उनके पास पर्याप्त मात्रा में सस्ती बिजली उपलब्ध है. लेकिन, देश के पूर्वी राज्यों की बिजली आपूर्ति नियंत्रित करने वाली संस्था ने बिहार की सरेंडर बिजली में से किसी अन्य राज्य को आवंटित नहीं हुई 159 मेगावाट बिजली पुन: बिहार को उपलब्ध कराया है. इसके पीछे एनटीपीसी और बिहार सरकार के बीच हुआ समझौता है, जिसमें सरेंडर की गयी अनावंटित बिजली संबंधित राज्य को ही उपयोग करना होता है.

Also Read: बिहार सरकार के पास विमान तो है पर पायलट नहीं, कैबिनेट की मंजूरी के एक साल बाद भी नहीं आया नौकरी का विज्ञापन

बरौनी की दोनों इकाइयों से भी पर्याप्त बिजली उपलब्ध नहीं

याचिका में बिजली आपूर्ति कंपनियों ने बताया है कि बरौनी स्टेज वन में निर्मित 110-110 मेगावाट की दो इकाइयां पिछले 14 महीनों से अनुबंधित मात्रा का बहुत ही नगण्य प्रतिशत (लगभग पांच फीसदी) आपूर्ति कर रही हैं. इस स्थिति में भविष्य में सुधार होने की संभावना नहीं है, जिससे बिजली में राउंड द क्लॉक आधार पर लगभग 200 मेगावाट की सालों भर कमी रह रही है. बिजली कंपनियों ने कहा है कि 159 मेगावाट बिजली की खरीद की अनुमति मिलने से बरौनी थर्मल पावर स्टेशन से लगभग 200 मेगावाट की उपरोक्त कमी को काफी हद तक कम करने में मदद मिल सकती है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें