26.1 C
Ranchi
Tuesday, February 11, 2025 | 07:12 pm
26.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

भारत में फॉर्मूला वन रेस को सुब्रत रॉय ने दी थी नई ऊंचाई, फिर देखे कई चढ़ाव-उतार

Advertisement

सहारा इंडिया परिवार ने साल 2011 में फोर्स इंडिया टीम में 100 मिलियन डॉलर के निवेश के साथ करीब 42.5 फीसदी हिस्सेदारी हासिल की. इससे पहले, इस टीम पर मालिकाना हक शराब कारोबारी और भारत के भगोड़ा घोषित उद्योगपति विजय माल्या के पास था.

Audio Book

ऑडियो सुनें

नई दिल्ली : सहारा ग्रुप के संस्थापक और प्रमुख का लंबी बीमारी के बाद मंगलवार को 75 साल की उम्र में निधन हो गया. भारत के रिटेल सेक्टर, रियल स्टेट और फाइनेंशियल सर्विसेज में विशाल कारोबारी साम्राज्य स्थापित करने वाले सुब्रत रॉय पोंजी योजनाओं की वजह से कानूनी चुनौतियों का सामना करते हुए विवादों में फंस गए थे. सुब्रत रॉय को सहारा प्रमुख के नाम से भी जाने जाते थे. सहारा इंडिया परिवार न केवल भारतीय क्रिकेट टीम की टी-शर्ट का स्पॉन्सर के तौर पर जुड़ा था, बल्कि मोटरस्पोर्ट के शौकीनों के लिए भारत में फॉर्मूला-1 रेस को लाने में सुब्रतो रॉय की भूमिका अहम रही है.

2011 में विजय माल्या से छीनी फोर्स इंडिया टीम

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, सहारा इंडिया परिवार ने साल 2011 में फोर्स इंडिया टीम में 100 मिलियन डॉलर के निवेश के साथ करीब 42.5 फीसदी हिस्सेदारी हासिल की. इससे पहले, इस टीम पर मालिकाना हक शराब कारोबारी और भारत के भगोड़ा घोषित उद्योगपति विजय माल्या के पास था. इसके बाद टीम का नाम बदलकर सहारा फोर्स इंडिया कर दिया गया. रिपोर्ट में कहा गया है कि इन वर्षों में, सर्जियो पेरेज, निको हुलकेनबर्ग और एस्टेबन ओकन जैसे लोकप्रिय ड्राइवरों ने सहारा फोर्स इंडिया F1 टीम के लिए गाड़ी चलाई.

2018 से फोर्स इंडिया का उतार शुरू

हालांकि, कानूनी चुनौतियों की वजह से सुब्रत रॉय को जेल भेज दिया गया. इसके बाद विजय माल्या से जुड़ी वित्तीय समस्याओं के कारण सहारा फोर्स इंडिया 2018 फॉर्मूला वन सीजन के बीच में प्रशासन में चली गई. अगस्त 2018 में टीम की संपत्ति कनाडाई अरबपति और निवेशक लॉरेंस स्ट्रोक के स्वामित्व वाली रेसिंग प्वाइंट एफ 1 टीम द्वारा खरीदी गई थी और 2018 सीजन के शेष के लिए फोर्स इंडिया नाम के तहत रेस जारी रखी गई.

Also Read: मारुति Swift में लगा जेट इंजन और महिंद्रा Thar में सेना का टैंक, देखें PHOTO

2019 में बदल गया टीम का नाम

रिपोर्ट के अनुसार, कानूनी अड़चनों में फंसने के बाद सुब्रत रॉय वाली फोर्स इंडिया फरवरी 2019 में ब्रिटिश लाइसेंस के तहत प्रतिस्पर्धा करते हुए टीम का नाम बदलकर रेसिंग प्वाइंट एफ1 टीम कर दिया गया. इसके करीब एक साल साल बाद घोषणा की गई कि लॉरेंस स्ट्रोक एक कंसोर्टियम यू ट्री ओवरसीज लिमिटेड का नेतृत्व कर रहा है, जिसने ब्रिटिश लक्जरी स्पोर्ट्स कार निर्माता एस्टन मार्टिन में 16.7 फीसदी हिस्सेदारी हासिल की. इसका नतीजा यह निकला कि वर्ष 2021 के सीजन के लिए रेसिंग पॉइंट एफ1 टीम की एस्टन मार्टिन एफ1 टीम में कारोबारी रीब्रांडिंग की गई. रीब्रांड के हिस्से के रूप में टीम ने अपने रेसिंग कलर बीडब्ल्यूटी गुलाबी को एस्टन मार्टिन के ब्रिटिश रेसिंग ग्रीन कलर के आधुनिक एडिशन में बदल दिया.

Also Read: हाईवे पर ड्राइवर कैसे चलाते हैं स्कूल बस! कहीं आपके नौनिहाल खतरे में तो नहीं? जानें SC की गाइडलाइन्स

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें