15.1 C
Ranchi
Saturday, February 8, 2025 | 09:16 am
15.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

बिहार में जमीन पर बैठकर अब नहीं पढ़ेंगे बच्चे, सरकारी स्कूलों को मिली फर्नीचर खरीदने की हिदायत

Advertisement

माध्यमिक स्कूलों में जमा करोड़ों की राशि से उनके पोषक क्षेत्रों के दायरे में आने वाले नजदीकी प्रारंभिक स्कूलों के बच्चों को बैठने के लिए जरूरी फर्नीचर खरीदे जायें. अगर किसी माध्यमिक स्कूल में राशि कम है तो उन प्रारंभिक स्कूलों में बच्चों को बैठने के लिए कम से कम दरियां खरीद कर जरूर दी जायें.

Audio Book

ऑडियो सुनें

पटना. आने वाली सर्दियों में प्रदेश के एक भी प्राथमिक और मध्य विद्यालयों के विद्यार्थी ठंडी जमीन (फर्श) पर नहीं बैठेंगे. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने सभी जिलों के डीएम को पत्र लिख कर आग्रह किया है कि माध्यमिक स्कूलों में जमा करोड़ों की राशि से उनके पोषक क्षेत्रों के दायरे में आने वाले नजदीकी प्रारंभिक स्कूलों के बच्चों को बैठने के लिए जरूरी फर्नीचर खरीदे जायें. अगर किसी माध्यमिक स्कूल में राशि कम है तो उन प्रारंभिक स्कूलों में बच्चों को बैठने के लिए कम से कम दरियां खरीद कर जरूर दी जायें.

- Advertisement -

स्कूलों में कोई बच्चा ठंडे फर्श पर न बैठे

अपर मुख्य सचिव पाठक ने जिला पदाधिकारियों से कहा है कि हर हाल में सुनिश्चित किया जाये कि ठंड के दिनों में स्कूलों में कोई बच्चा ठंडे फर्श पर न बैठे . पत्र में लिखा है कि यह समूची कवायद स्कूल क्लस्टर कॉसेप्ट के तहत की जानी है. इस कवायद में माध्यमिक स्कूलों की राशि को उसी के पोषक क्षेत्र में पड़ने वाले प्रारंभिक स्कूलों में खर्च की जानी है.

माध्यमिक विद्यालयों में पड़ी हुई है 1090 करोड़ की राशि

एसीएस पाठक ने जिलाधिकारियों को कहा है कि राज्य के माध्यमिक विद्यालयों में 1090 करोड़ की राशि पड़ी हुई है. वहीं, प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में फर्नीचर की कमी के कारण बच्चे फर्श पर बैठने को मजबूर हैं. निरीक्षण के दौरान देखा गया है कि कई माध्यमिक विद्यालयों में जरूरत से ज्यादा फर्नीचर हैं. यही नहीं अभी भी उनके छात्र कोष में काफी राशि पड़ी है. अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के बाद भी उनके खातों में 20-30 लाख की राशि अब भी पड़ी है. इसके ठीक विपरीत इन्हीं माध्यमिक विद्यालयों के अगल-बगल के प्राथमिक और मध्य विद्यालयों की स्थिति ठीक नहीं है.

Also Read: दुल्हन खरीदने राजस्थान से बिहार आया दूल्हा पिता के साथ गिरफ्तार, जानें कितने में हुआ था सौदा

शौचालयों को फंक्शनल बनाया जाये

उन्होंने निर्देश दिये कि प्रारंभिक एवं मध्य विद्यालयों शौचालयों को फंक्शनल बनाया जाये. जहां भी जरूरी हो शौचालयों का जीर्णोद्धार कराएं. इस तरह कक्षा एक से आठ वीं तक के बच्चों को मूल भूत सुविधा देने का प्रयास किया गया है. एसीएस ने कहा है कि जुलाई, 2023 में हमारे माध्यमिक विद्यालयों में 1100 करोड़ थे. पिछले एक माह में 24 करोड़ की राशि माध्यमिक विद्यालयों ने अपने छात्र कोष और विकास कोष से खर्च करते हुए अपनी स्थिति सुधारी है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें