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HEALTH STUDY: वैज्ञानिकों ने बड़ी आंत कैंसर के नए जीन्स का पता लगाया, बीमारी की रोकथाम और उपचार में मिलेगी मदद

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HEALTH STUDY : स्वास्थ्य के क्षेत्र में रोज नए अनुसंधान हो रहे हैं और कई नई जानकारियां सामने आ रही है जो मानव कल्याण में मददगार साबित हो रही हैं. शोधकर्ताओं ने कई ऐसे नए जीन्स का पता लगाया है, जिनकी वजह से लोगों को बड़ी आंत और मलाशय के कैंसर का खतरा होता है.

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HEALTH STUDY : हमारा पाचन तंत्र हमारे भोजन को पचाता है यानी उसके पोषक तत्वों को अवशोषित करता है. भोजन की नली, अमाशय, छोटी और बड़ी आंत इसमें शामिल हैं. बड़ी आंत कोलन से शुरू होती है जो रेक्टम और गुदा में समाप्त होती है. कोलन कैंसर तब होता है जब आपकी बड़ी आंत और मलाशय में कोशिकाएं नियंत्रण से बाहर हो जाती हैं. कई ऐसे नए जीन्स जिनकी वजह से लोगों को बड़ी आंत और मलाशय के कैंसर का खतरा होता है उनके पता लगने से यानी इस नवीनतम शोध के जरिए बड़ी आंत के कैंसर जैसी जानलेवा और घातक बीमारी की रोकथाम और उपचार के प्रयासों में सहायता मिल सकती है.

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Health study: वैज्ञानिकों ने बड़ी आंत कैंसर के नए जीन्स का पता लगाया, बीमारी की रोकथाम और उपचार में मिलेगी मदद 2

HEALTH STUDY : अमेरिका में वेंडरबिल्ट-इनग्राम कैंसर सेंटर के शोधकर्ताओं ने वंशाणुओं (जीन्स) की खोज को मजबूत करने के लिए एक बड़ा ट्रांसक्रिप्टोमिक-वाइड एसोसिएशन अध्ययन (टीडब्ल्यूएएस) किया और इसके लिए स्प्लिसिंग-टीडब्ल्यूएएस नामक वैकल्पिक दृष्टिकोण रखा गया.

टीडब्ल्यूएएस एक आनुवंशिक पद्धति है, जिसका उपयोग वंशाणु के आनुवंशिक घटकों और किसी लक्षण के आनुवंशिक घटकों की तुलना करने के लिए किया जा सकता है ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि दोनों घटकों के बीच कोई संबंध मौजूद है या नहीं.

अमेरिका के राष्ट्रीय कैंसर संस्थान की पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन में पाया गया है कि पहले सामने नहीं आए दो जीन, टीआरपीएसआई और एमईटीआरएनएल के लिए ऑन्कोजेनिक भूमिकाएं और हाल ही में रिपोर्ट किए गए एक अन्य जीन, सी14ओआरएफएल66 के साथ कैंसर के जोखिम की पुष्टि की गई.

मेडिसिन और बायोमेडिकल इंफॉर्मेटिक्स के एसोसिएट प्रोफेसर एवं वरिष्ठ लेखक ज़िंगी गुओ ने कहा कि अध्ययन में उन्होंने नए बड़े आरएनए-सीक्यू आंकड़ों का उपयोग किया और नवीन वंशाणु खोज को बढ़ाने के लिए स्प्लिसिंग-टीडब्ल्यूएएस के साथ-साथ टीडब्ल्यूएएस दृष्टिकोण को नियोजित किया.

कोलन कैंसर के क्या हैं लक्षण

  • प्रारंभिक अवस्था में यानी आप चरण 0 से 2 में कुछ लक्षणों का अनुभव कर सकते हैं

  • कब्ज़

  • दस्त

  • मल के रंग में परिवर्तन

  • मल के आकार में परिवर्तन, जैसे मल का संकुचित होना

  • मल में खून

  • मलाशय से रक्तस्राव

  • अत्यधिक गैस

  • पेट में ऐंठन

  • पेट में दर्द

  • इनमें से कई लक्षण अन्य कम गंभीर स्थितियों के कारण भी हो सकते हैं. यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण एक या दो सप्ताह से अधिक समय से है तो डॉक्टर को दिखाना एक अच्छा विचार है.

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Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

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