21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Ghosi By Election Result: घोसी में मतों की गिनती आज, कौन जीतेगा दारा सिंह चौहान या सुधाकर सिंह

Advertisement

यूपी की घोसी सहित साथ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव का परिणाम शुक्रवार को आना है. घोसी उपचुनाव दारा सिंह चौहान के इस्तीफे के कारण हो रहा है. दारा सिंह चौहान यहां से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हुए थे.

Audio Book

ऑडियो सुनें

लखनऊ: यूपी की घोसी विधानसभा चुनाव का परिणाम शुक्रवार को आएगा. सुबह 7 बजे से वोटों की गिनती शुरू होगी. I.N.D.I.A गठबंधन बनने के बाद यह पहला चुनाव है. जहां एक ओर NDA ने इस चुनाव को जीतने के लिये अपनी पूरी ताकत झोंकी है. वहीं समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को कांग्रेस और रालोद ने अपना समर्थन दिया था. बीएसपी यहां न्यूट्रल थी. एनडीए में हाल ही में शामिल हुए ओम प्रकाश राजभर के लिय भी यह चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है. पूर्वांचल में राजभर वोटों पर उनकी पकड़ को साबित करेगा.

- Advertisement -

I.N.D.I.A vs NDA की लोकप्रियता का पैमाना है चुनाव

घोसी विधानसभा उपचुनाव कितना महत्वपूर्ण इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि आमतौर पर उपचुनाव में प्रचार से बचने वाले अखिलेश यादव ने यहां जनसभा की थी. वहीं चाचा शिवपाल यादव लगातार वहां डेरा डाले रहे थे. प्रो. राम गोपाल यादव भी यहां प्रचार के लिये गये थे. वहीं बीजेपी ने इस चुनाव को भी हमेशा की तरह पूरी गंभीरता से लिया था. दोनों डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य ने यहां जनसभाएं की. सीएम योगी आदित्यनाथ भी यहां पहुंचे. वहीं मंत्रियों ने लगातार पूरी विधानसभा को मथा था.

लगभग 52 प्रतिशत हुई थी वोटिंग

यूपी की घोसी विधानसभा उपचुनाव 52 प्रतिशत मतदान हुआ था. जो कि 2022 में हुए चुनाव से काफी ज्यादा था. यूपी के मऊ जिले की घोसी विधानसभा सीट पर 2022 में कुल 42.21 प्रतिशत वोट पड़े थे. इस चुनाव में समाजवादी पार्टी से दारा सिंह चौहान ने जीत हासिल की थी. जो कि बीजेपी छोड़कर सपा में आए थे. उन्होंने ने बीजेपी के विजय राजभर को 22216 वोटों से हराया था. इस बार फिर से वह बीजेपी के पाले में हैं. जबकि सपा से सुधाकर सिंह मैदान में हैं.

बीजेपी चार बार जीती

घोसी विधानसभा सीट 1957 में अस्तित्व में आयी थी. यहां सबसे ज्यादा चार-चार बार भाकपा और बीजेपी ने चुनाव जीता है. कांग्रेस यहां से तीन बार विजयी रही है. सपा और बसपा ने दो-दो बार यह सीट जीती है. जबकि एक-एक बार जनता दल, लोकदल व जनता पार्टी को यहां जीत मिली है. इस बार बीजेपी या सपा कौन जीतेगा, इसका परिणाम 8 सितंबर को आएगा.

घोसी सीट का जातीय समीकरण

घोसी विधानसभा में 4.5 लाख से अधिक मतदाता हैं. यहां 90 हजार से अधिक मुस्लिम, लगभग इतने ही दलित मतदाता, 60 हजार यादव, 60 हजार राजभर जाति के मतदाता हैं. इसके अलावा क्षत्रिय, निषाद, मौर्य, भूमिहार मतदाता भी यहां हैं. लेकिन वह जीत-हार को प्रभावित करने की स्थिति में नहीं हैं. माना जा रहा है कि दलित मतदाता जिसके साथ जाएगा, उसके हक में परिणाम होगा.

घोसी सीट पर एक नजर

घोसी सीट पहले आजमगढ़ का हिस्सा थी. 1951 के चुनाव में घोसी पूर्व और घोसी पश्चिम के नाम से दो विधानसभा सीटें थीं. घोसी पूर्व से सोशलिस्ट पार्टी के राम कुमार और पश्चिम में यूपी रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के झारखंडे राय को जीत हासिल हुई थी.

1957 में आई अस्तित्व में 

घोसी सीट अस्तित्व में 1957 के विधानसभा चुनाव में आई. इस बार भी झारखंडे राय यहां से विधायक बनें. इसके बाद 1962 और 1967 में भी वह भाकपा के टिकट पर यहां से जीते. भाकपा प्रत्याशी के रूप में वह लगातार चार बार विधायक बने. इसके बाद 1968 में घोसी लोकसभा सीट से वह सांसद भी बने. विधायकी तरह ही उन्होंने 1971 और 1980 सांसदी भी जीती. हालांकि 1977 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें