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Odisha Tourism Places: बेहद खूबसूरत है चिल्का झील, जानिए कैसे पहुंचे ओडिशा

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ओडिशा में घूमने के लिए धार्मिक स्थलों में कोणार्क सूर्य मंदिर, जगन्नाथ पुरी धाम (पुरी जगन्नाथ मंदिर) और प्रमुख स्थल हैं. आज हम आपको बताएंगे ओडिशा में घूमने लायक जगहों के बारे में और कैसे पहुंचे ओडिशा.

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Odisha: ओडिशा पर्यटकों के बीच काफी मशहूर है. इस राज्य में काफी कुछ देखने लायक हैं. आप यहां की प्राकृतिक सुंदरता को देखकर मंत्रमुग्ध हो जाएंगे. यहां के प्रमुख धार्मिक स्थलों में कोणार्क सूर्य मंदिर, जगन्नाथ पुरी धाम (पुरी जगन्नाथ मंदिर) और कॉन्फ्लुएंस ऑफ हिंदू और बौद्ध धर्म के प्रमुख स्थल हैं. आज हम आपको बताएंगे ओडिशा में घूमने लायक जगहों के बारे में और कैसे पहुंचे ओडिशा.

हीराकुद डैम

ओडिशा में स्थित हीराकुद डैम एक बड़ा बांध है जो महानदी नदी पर बना है. यह डैम भारत का सबसे बड़ा हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट है और विशेष रूप से ऊर्जा उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण है. हीराकुद डैम का निर्माण 1948 में शुरू हुआ और 1957 में पूरा हो गया था. यह डैम महानदी नदी पर बना है जिसका परिणाम स्वरूप हीराकुद डैम निर्मित हुई है. यह झील भारत की दूसरी सबसे बड़ी जलाशय है और इसका क्षेत्रफल लगभग 746 वर्ग किलोमीटर है. डैम ने नदी के पानी को नियंत्रित करके बिजली उत्पादन के साथ-साथ खेती और पानी की आपूर्ति को भी सुनिश्चित किया है. इसके अलावा, यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल भी है जहां पर्यटक घूमने आते हैं.

पुरी

श्री जगन्नाथ पुरी मंदिर, ओडिशा के पुरी शहर में स्थित है. हिन्दू धर्म के तीन महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक माना जाता है. यह मंदिर भगवान जगन्नाथ (कृष्ण) उनके बहन बलभद्र और दीदी सुबद्रा को समर्पित है. मंदिर का इतिहास बहुत प्राचीन है. इसका निर्माण बहुत समय पहले हुआ था. मंदिर की संरचना काफी विशेष है, जिसमें दिखने में चारों ओर से घुमने वाली कला संचारित है. मंदिर के अंदर जगन्नाथ, बलभद्र और सुबद्रा की मूर्तियां स्थापित हैं. मंदिर के पास ही अनन्या वास, सुदर्शन समुद्र और रामाचंदी पुर भी हैं, जिन्हें देखने पर्यटक आते हैं.

चिल्का झील

चिल्का झील भारतीय उपमहाद्वीप में स्थित एक महत्वपूर्ण सामुद्रिक झील है जो ओडिशा राज्य के पूर्वी क्षेत्र में स्थित है. यह झील भारत की सबसे बड़ी नमकीन पानी झील मानी जाती है और वन्यजीवों के लिए एक महत्वपूर्ण संरक्षित क्षेत्र है. चिल्का झील का क्षेत्रफल लगभग 1,100 वर्ग किलोमीटर है और यह बरागरह, खंडागडा और पुरी जिलों में फैला हुआ है. यह झील महत्वपूर्ण वन्यजीव जीवन के लिए एक आदर्श स्थल है, जिसमें बहुत सी प्रजातियां पक्षियों, मछलियों और समुद्री जीवों के लिए एक आवास है. चिल्का झील में बहुत सारे प्रजातियों के बचाव के लिए वन्यजीव संरक्षण अभियान चलाया जाता है, जिसमें चिल्का झील में पाए जाने वाले बिग तिलचाई (ईरावदी डॉल्फिन) के बचाव को महत्वपूर्ण माना जाता है. चिल्का झील के किनारे कई पर्यटन स्थल भी हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं.

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कोणार्क मंदिर

कोणार्क सूर्य मंदिर ओडिशा में स्थित एक प्रमुख हिन्दू मंदिर है जो सूर्य भगवान के आदिदेवता को समर्पित है. यह मंदिर भगवान सूर्य की पूजा के लिए बनाया गया है. कोणार्क सूर्य मंदिर का निर्माण 13वीं शताब्दी में हुआ था. मंदिर की संरचना अत्यधिक जटिल है और इसमें सूर्य देवता की विभिन्न रूपों की सूर्यरथ, पशुपति भगवान शिव, चारिकांचा (भगवान विष्णु की अवतार) आदि की मूर्तियां हैं. मंदिर की प्रमुख विशेषता उसके गहरे और अद्वितीय स्कुलप्चर हैं, जो मंदिर की दीवारों, दरवाजों और शिखर पर बने हुए हैं. कोणार्क सूर्य मंदिर को ‘ब्लैक पगोडा’ भी कहा जाता है क्योंकि यह श्याम (काला) पत्थर से बना है और उसके सुनहरे समय की जो कुछ बची हुई बनावट है, वो अब खो चुकी है. कोणार्क सूर्य मंदिर को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त है, और यह ओडिशा के पर्यटन स्थलों में से एक है.

ओडिशा कैसे पहुंचे

ओडिशा पहुंचने के लिए विभिन्न यातायात विकल्प उपलब्ध हैं, जैसे कि हवाई, रेल और सड़क मार्ग. यहां पर कुछ तरीके दिए गए हैं जिनसे आप ओडिशा पहुंच सकते हैं.

हवाई: ओडिशा में कुछ महत्वपूर्ण हवाई अड्डे हैं जैसे कि भुवनेश्वर, बीबीपी (विजयवाड़ा), राउरकेला और बुरहानपुर है. आप अपने स्थान से निकलकर किसी भी उपयुक्त हवाई अड्डे पर पहुंच सकते हैं और फिर ग्राउंड ट्रांसपोर्ट का उपयोग करके आगे की यात्रा कर सकते हैं.

रेल: ओडिशा के मुख्य शहरों को रेल से भी पहुंचा जा सकता है. भुवनेश्वर, कटक, पुरी, कटक, पुरी, संबलपुर और राउरकेला जैसे शहरों में रेलवे स्टेशन हैं. आप अपने शहर से रेल यात्रा करके किसी भी उपयुक्त स्टेशन पर पहुंच सकते हैं.

सड़क: ओडिशा को राजमार्ग और राष्ट्रीय राजमार्ग से भी जोड़ा गया है. आप अपने गाड़ी या टैक्सी का उपयोग करके भी ओडिशा पहुंच सकते हैं.

आपकी यात्रा की योजना के आधार पर, आप उपयुक्त विकल्प का चयन कर सकते हैं और ओडिशा की सुंदरता, सांस्कृतिक धरोहर और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद उठा सकते हैं.

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