15.1 C
Ranchi
Saturday, February 8, 2025 | 09:17 am
15.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

MP Chunav 2023 : सुबह में थे केजरीवाल के साथ, शाम को बीजेपी ने दे दिया टिकट, जानें कौन है वो उम्मीदवार

Advertisement

MP Assembly Election 2023: बीजेपी के विधानसभा उम्मीदवारों की सूची में बालाघाट जिले की लांजी सीट से राजकुमार कर्राहे का नाम नजर आया जिसे देखकर सभी चौंक गये. बीजेपी उम्मीदवार बनाये जाने से चार घंटे पहले तक राजकुमार आम आदमी पार्टी में थे. जानें उनके करियर के बारे में

Audio Book

ऑडियो सुनें

MP Assembly Election 2023: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव इस साल के अंत तक होने हैं. इससे पहले बीजेपी ने गुरुवार शाम को 39 सीटों पर प्रत्याशियों की सूची जारी की. इन 39 उम्मीदवारों में से 2 उम्मीदवारों के नाम ऐसे हैं जिनकी चर्चा सबकी जुबान पर है. इनमें से एक हैं मंडला ज़िले की बिछिया सीट से प्रत्याशी बनाये गए डॉ. विजय आनंद मरावी, जबकि दूसरा नाम बालाघाट जिले की लांजी सीट से उम्मीदवार बनाये गये राजकुमार का है जिन्होंने गुरुवार को ही आम आदमी पार्टी छोड़ी थी और कुछ घंटों बाद ही उन्हें बीजेपी ने टिकट देकर मैदान में उतार दिया.

- Advertisement -

टिकट मिलने से चंद घंटे पहले छोड़ी थी केजरीवाल की पार्टी

गुरुवार शाम को बीजेपी उम्मीदवारों की सूची में बालाघाट ज़िले की लांजी से राजकुमार कर्राहे का नाम देखकर सभी चौंक पड़े, ऐसा इसलिए क्योंकि बीजेपी उम्मीदवार बनाए जाने से चार घंटे पहले तक राजकुमार अरविंद केजरीवाल की पार्टी यानी आम आदमी पार्टी के सदस्य थे. यहां तक कि इलाके में उनके पोस्टर भी आम आदमी पार्टी वाले ही लगे हुए थे. इस पोस्टर में पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की भी तस्वीर नजर आ रही है.

Also Read: मध्यप्रदेश चुनाव के काफी पहले बीजेपी के उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करने के पीछे की वजह जानें

आपको बता दें कि राजकुमार कर्राहे ने मध्य प्रदेश में राजनीति की शुरुआत लांजी क्षेत्र के युवा बीजेपी नेता के रूप में की थी. साल 2012 तक लांजी जनपद पंचायत के अध्यक्ष पद पर नजर आये. साल 2018 के चुनाव में राजकुमार पर पार्टी के खिलाफ काम करने के आरोप लगे जिसके बाद उन्होंने आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया. राजकुमार पिछले 5 सालों से आम आदमी पार्टी के चेहरे के रूप में सक्रिय रूप से क्षेत्र में लोगों से मिल रहे थे.

क्या है बीजेपी का प्लान

मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची में बीजेपी ने उन सीटों पर अपना फोकस किया है जिनपर उसे 2018 और 2013 के चुनावों में हार मिली थी. बीजेपी ने 39 उम्मीदवारों की पहली सूची में 14 ऐसे लोगों को फिर से मौका दिया है जो पिछली बार चुनाव नहीं जीत सके थे. इनमें तीन पूर्व मंत्री भी शामिल हैं. रणनीति में बदलाव के तहत मध्य प्रदेश में सत्तारुढ़ बीजेपी ने विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा से पहले ही पांच महिलाओं सहित 39 प्रत्याशियों की अपनी पहली सूची जारी की है और इस प्रकार वह चुनावी तैयारियों और प्रत्याशियों को तय करने के मामले में वह अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस से आगे निकल चुकी है.

Also Read: मध्यप्रदेश: आदिवासी शख्स को गोली मारकर भागा बीजेपी विधायक का बेटा, पुलिस ने रखा 10,000 रुपये का इनाम

14 उम्मीदवार 50 वर्ष से कम उम्र के

बीजेपी ने जिन 39 सीट के लिए उम्मीदवार घोषित किये हैं उनमें से 38 सीट पर वर्तमान में कांग्रेस तथा एक सीट पर (पथरिया से बसपा विधायक रामबाई) बसपा का कब्जा है. इन 39 विधानसभा सीटों में से बीजेपी 2013 में भी कुछ सीटें जीतने में असफल रही थी. पार्टी के एक नेता ने कहा कि 14 उम्मीदवार 50 वर्ष से कम उम्र के हैं, जबकि सूची में 12 नये चेहरे हैं, जिनमें आलोक शर्मा (उत्तरी भोपाल) भी शामिल हैं. मार्च 2020 में कांग्रेस छोड़ने के बाद बीजेपी में शामिल हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के वफादार अदल सिंह कंसाना को मुरैना जिले के सुमावली से मैदान में उतारा गया है. वह नवंबर 2020 में सुमावली से बीजेपी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ते हुए हार गए थे. सूत्रों के अनुसार, उनके नामांकन से निश्चित रूप से सिंधिया के वफादारों का मनोबल बढ़ेगा, जिनमें से कुछ पाला बदलने के बाद खुद को दरकिनार महसूस कर रहे थे.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें