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आम महोत्सव में फर्जी किसान बनकर उद्यान विभाग के कर्मचारियों ने CM योगी से हासिल कर लिया पुरस्कार, नोटिस जारी

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Mango Festival 2023: राजधानी के अवध शिल्प ग्राम में 14 से 16 जुलाई तक तक आयोजित आम महोत्सव 2023 के पुरस्कार वितरण में बड़ी गड़बड़ी का पर्दाफाश हुआ है. इसमें सीएम और उद्यान राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने आम के किसानों को पुरस्कार भी बांटे. अब इन पुरस्कारों के चयन में खेल सामने आया है.

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लखनऊ. राजधानी के अवध शिल्प ग्राम में 14 से 16 जुलाई तक तक आयोजित आम महोत्सव 2023 के पुरस्कार वितरण में बड़ी गड़बड़ी का पर्दाफाश हुआ है. किसानों के लिए आयोजित इस प्रदर्शनी में उद्यान विभाग के ही तीन कर्मचारियों ने किसान बनकर आम की स्टॉल लगा दी. सर्वश्रेष्ठ आम पैदा करने के लिए बस्ती के कृषि वैज्ञानिक, माली और संयुक्त निदेशक के ड्राइवर ने किसानों को दिए जाने वाले चार पुरस्कार को भी हासिल कर लिया. शुभम सिंह ने दो , माली ने एक और एक पुरस्कार ड्राइवर ने लिया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद अपने हाथों से पुरस्कार के रूप में ‘चांदी के आम’ प्रदान कर सम्मानित किया था. किसानों की शिकायत के बाद मामले का खुलासा हुआ तो विभाग में हलचल मच गई है. तीनों कर्मचारियों को नोटिस जारी कर दिया गया है. जारी के बाद बड़ी कार्रवाई भी हो सकती है.

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बस्ती जिले  के कर्मचारियों ने किया फर्जीबाड़ा

सरकार ने हर साल की तरह 7 श्रेणियों और 47 वर्गों में 51 विजेताओं को 123 पुरस्कार प्रदान किए थे. पुरस्कार वितरण के बाद पर्दाफाश हुआ कि महोत्सव में अलग-अलग श्रेणियों में आमों का प्रदर्शन की स्टॉल लगी थीं उनमें बस्ती जिले के स्टॉल पर वहां के कर्मचारियों ने अपना डिस्ले लगा दिया था. शिकायत मुख्यमंत्री तक पहुंचने से जांच बैठी और एक अधिकारी , दो कर्मचारियों की कलई खुल गई. संयुक्त निदेशक जिला औद्यानिक केंद्र डॉक्टर अतुल सिंह ने जांच बिठा दी. पुरस्कार लेने वाले कर्मचारियों में एक कृषि वैज्ञानिक, माली और खुद संयुक्त निदेशक के ड्राइवर हैं.

मामले की जांच करके जो भी दोषी होगा,उस पर कार्रवाई की जाएगी. कर्मचारियों को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा गया है. इनसे पुरस्कार भी वापस लिए जाएंगे.

डॉ. आरके तोमर, उद्यान निदेशक

असली किसानों के आमों की किस्मों को पुरस्कार नहीं मिला

असली किसानों के पेश किए गए रंगीन आमों की किस्मों को पुरस्कार नहीं मिला. लेकिन बस्ती उद्यान विभाग में कार्यरत शुभम सिंह नामक कर्मचारी ने फर्जी किसान बनकर 2 पुरस्कार झटक लिए. माली संजय ने 4 और संयुक्त निदेशक के ड्राइवर राम सुभावन ने 1 पुरस्कार प्राप्त किए. इस दौरान संयुक्त निदेशक अतुल कुमार सिंह महोत्सव के स्टाल पर मौजूद रहे. प्रकरण पर बस्ती में जिला उद्योग केंद्र के संयुक्त निदेशक अतुल सिंह ने बताया कि ” लखनऊ में आयोजित मैंगो फेस्टिवल में हजारों किसानों ने प्रतिभाग किया था. महोत्सव में बस्ती जनपद के किसानों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया मगर विभागीय 3 कर्मचारियों ने भी फर्जी किसान बनकर पुरस्कार हासिल कर लिया. मामले की जांच जारी है. संबंधित कर्मचारियों से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है. रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी और सरकार से मिले पुरस्कार को भी वापस लिया जाएगा.”

725 से ज्यादा आम की किस्मों की प्रदर्शनी लगी

आम महोत्सव में आम की विभिन्न किस्मों का दीदार करने अलग अलग जिलों से हजारों किसान आये. उन्होंने आम के सफल बागवानों से बागवानी के टिप्स भी लिए. उत्तर प्रदेश आम महोत्सव -2023 देखने आये लोगों ने न केवल आम की किस्मों पर जानकारी ली बल्कि आम और आम से बने उत्पाद भी ख़रीदे. महोत्सव में 50 से ज्यादा स्टॉल लगाये गए थे. 725 से ज्यादा आम की किस्मों की प्रदर्शनी की गई. 300 से भी अधिक आम के बागवानों और विक्रेताओं ने आम से बने उत्पादों हैंडीक्राफ्ट, फूड स्टॉल के साथ आम खाने की प्रतियोगिता का भी आयोजन किया.

पुरस्कार चयन में पारदर्शिता नहीं होने के कारण मलिहाबाद के कई बड़े आम के किसानों ने इसमें भाग नहीं लिया था. किसानों के विरोध के कारण वह भी महोत्सव में शामिल नहीं हुए. उपेद सिंह बताते हैं कि हाल में केंद्र सरकार से रजिस्टर्ड ‘मोदी’ आम की किस्म उपेंद्र ने ईजाद की है.

उपेंद्र सिंह, महासचिव अवध आम उत्पादक बागवानी समिति

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