25.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

पुरुषोत्तम मास में भी पहुंच रहा श्रद्धालुओं का जत्था, प्रयागराज के संगम जल से बाबा बैद्यनाथ का कर रहे अभिषेक

Advertisement

मन्नत पूरी होने की खुशी में महिलाएं रात में ढोल की थाप पर बाबा के प्रांगण में नाच रहीं हैं. पूरे महीने तक बाबा को प्रयागराज के संगम जल से जलाभिषेक एवं रोट का विशेष भोग अर्पित किया जायेगा.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Shravani Mela Deoghar: श्रावणी मेले के दौरान चार जुलाई से लेकर 17 जुलाई तक लगातार लाखों की संख्या में सुल्तानगंज से आकर कांवरिये गंगाजल अर्पित कर रहे थे. अब पुरुषोत्तम मास में आये श्रद्धालुओं का जत्था प्रयागराज से लाये गये संगम के जल से बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक कर रहा है. हर दिन सुबह पट खुलने के पूर्व ही श्रद्धालु बाबा को विशेष भोग अर्पित करने के लिए अपने हाथ से बनाये गये शुद्ध देशी घी के रोट, चने का दाल गुड़ एवं नारियल लेकर कतार में लग रहे हैं. मन्नत पूरी होने की खुशी में महिलाएं रात में ढोल की थाप पर बाबा के प्रांगण में नाच रहीं हैं. पूरे महीने तक बाबा को प्रयागराज के संगम जल से जलाभिषेक एवं रोट का विशेष भोग अर्पित किया जायेगा.

- Advertisement -

मालूम हो कि अहले सुबह पट खुलने के साथ पुजारी ने सबसे पहले मां काली के मंदिर में पूजा संपन्न कर बाबा भोले नाथ का कांचा जल पूजा शुरू की गयी. 15 मिनट बाद दैनिक सरदारी पूजा संपन्न कर सुबह 4:20 बजे से आम भक्तों के लिए जलार्पण प्रारंभ कराया. वहीं, बाबा मंदिर का पट खुलने से लेकर कतार को व्यवस्थित तरीके से गर्भ गृह में भेजने तक एसपी सुभाष चंद्र जाट, सिटी एसपी जमशेदपुर मुकेश कुमार एक घंटे तक परिसर में विधि व्यवस्था पर नजर बनाये हुए थे.

गर्मी व उमस से श्रद्धालुओं को मिल रहा सुकून

राजकीय श्रावणी मेला, 2023 के मद्देनजर श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिला प्रशासन हर संभव सुविधा उपलब्ध करा रही है. श्रावणी मेला को लेकर संपूर्ण कांवरिया पथ पर महीन बालू भराई का कार्य किया गया है, ताकि यहां कांवरियों को नंगे पांव में चलने में कठिनाई का सामना न करना पड़े. इसके अलावा कांवरिया पथ में बिछाये गये बालू व कारपेट को गर्म होने से बचाने के लिए लगातार पानी का छिड़काव कर उसे ठंठा कर श्रद्धालुओं के चलने योग्य बनाया जा रहा है. वहीं सावन माह में भी कभी-कभी वर्षा के अभाव में कांवरियों को अपनी यात्रा तय करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में इन्हें जिला प्रशासन की ओर से हर संभव सुविधा मुहैया कराने का प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए कांवरिया पथ पर कुछ-कुछ दूरी पर इंद्र वर्षा का प्रबंध किया गया है, ताकि जब कांवरिये बाबा का जयकारा लगाते हुए गुजरें तो इंद्र वर्षा के जल से उन्हें सुकून व ठंडक महसूस हो.

Also Read: पुरुषोत्तम मास के साथ-साथ बांग्ला सावन का देवघर बाबाधाम में दिख रहा असर, नेपाल और बंगाल से आ रहे कांवरिये

गर्मी में पानी के छिड़काव से कांवरियों को मिल रही राहत

मलमास मेले को लेकर संपूर्ण कांवरिया पथ में महीन बालू भराई के काम किये गये हैं. आगंतुक कांवरियों को नंगे पांव चलने में कठिनाई का सामना नहीं करना पड़े. कांवरिया पथ पर बिछाये गये बालू व कारपेट को गर्म होने से बचाने के लिए लगातार पानी का छिड़काव कर श्रद्धालुओं के चलने योग्य बनाया जा रहा है. कभी-कभी बारिश नहीं होने से कांवरियों को अपनी यात्रा तय करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में इन्हें जिला प्रशासन की ओर से हर संभव सुविधा मुहैया कराने का प्रयास किया जा रहा है. इसके तहत कांवरिया पथ में कुछ-कुछ दूरी पर इंद्र वर्षा भी कांवरियों को राहत दे रही है.

Also Read: Shravani Mela 2023: रेलवे ने श्रावणी मेले को लेकर सुविधाएं बढ़ायी, पर आय 4 प्रतिशत घटी

बाबा मंदिर में स्पर्श पूजा शुरू हो : विहिप

विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री विक्रम सिंह ने कहा कि बाबा बैद्यनाथ मंदिर में स्पर्श पूजा का खास महत्व है यहां लोग स्पर्श पूजा के लिए आते हैं. वहीं हर ढाई साल में एक बार पुरुषोत्तम मास आता है, जिसका खास महत्व है. श्रद्धालु इस मेले में संगम में स्नान कर जल लेकर राजगीर पहुंचते हैं .राजगीर में पूजा पाठ करने के बाद बाबा बैजनाथ धाम आते हैं और यहां पूजा करते हैं. अगर इस दौरान यहां स्पर्श पूजा बंद रहेगी, तो कहीं ना कहीं इसका असर अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा. जिला प्रशासन को इस पर चिंतन करने की आवश्यकता है. यहां बाबा बैद्यनाथ मंदिर को लेकर पूरी अर्थव्यवस्था टिकी हुई है. इसका उदाहरण हम लोगों को कोरोना काल में भी देखने को मिला. मंदिर डेढ़ साल बंद रहा, जिनका असर व्यापारियों पर भी पड़ा था. ऐसे में स्पर्श पूजा शुरू करना जरूरी है.

मंदिर प्रशासन जल्द मंदिर से हटाये अरघा : बजरंग दल

बजरंग दल के जिला संयोजक अभिषेक मिश्रा ने प्रेस बयान जारी कर कहा कि बाबा बैद्यनाथ की स्पर्श पूजा की महता वर्षों से चली आ रही है, लेकिन अरघा के चलते परदेशी के साथ-साथ स्थानीय लोग भी पूजा करने नहीं आ पा रहे हैं. मलमास में वैसे कांवरिया देवघर आते हैं जो रोट और घी चढ़ाने में विश्वास रखते हैं. लेकिन मंदिर प्रशासन के उदासीन रवैया के चलते लोग यहां नहीं आ रहे हैं. दिन-प्रतिदिन मेले में कांवरियों की भीड़ घटती जा रही है. जिला प्रशासन को चिंतन करने की आवश्यकता है. स्पर्श पूजा की व्यवस्था सबके हित में होगी प्रशासन समेत आम लोगों व व्यापारियों के लिए भी. बजरंग दल जिला प्रशासन से मांग करता है कि स्पर्श पूजा की व्यवस्था जल्द शुरू की जाये.

Also Read: बाबा मंदिर में दिखने लगा पुरुषोत्तम मास का असर, भक्त चढ़ा रहे रोटी और नारियल

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें