17.1 C
Ranchi
Sunday, February 23, 2025 | 04:32 am
17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

ओडिशा के गुप्तेश्वर मंदिर में स्वयं प्रकट हुआ था शिवलिंग, सावन में हर सोमवार को होता है रुद्राभिषेक

Advertisement

ओडिशा के बीरमित्रपुर में भी ऐसा ही एक महादेव मंदिर है. इस मंदिर का नाम है गुप्तेश्वर मंदिर. गुप्तेश्वर मंदिर की स्थापना करीब 70 साल पहले हुई. ऐसा माना जाता है कि यहां पर स्थित शिवलिंग स्वयं प्रकट हुआ है. प्रत्येक वर्ष सावन के महीने में इस मंदिर में शिव भक्तों की भीड़ जुटती है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

सावन का महीना भगवान भोले शंकर को बेहद प्रिय है. यही वजह है कि बाबा के भक्त सावन में कांवर उठाकर उनके दर पर जाते हैं और शिवशंकर का जलाभिषेक करते हैं. इसके पीछे कई मान्यताएं हैं. कई कहानियां हैं. अपने देश में 12 ज्योतिर्लिंग हैं. इन ज्योतिर्लिंगों के अलावा अलग-अलग राज्यों में भी कई प्रसिद्ध शिवलिंग हैं, जहां श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ता है.

70 साल पहले हुई थी गुप्तेश्वर मंदिर की स्थापना

ओडिशा के बीरमित्रपुर में भी ऐसा ही एक महादेव मंदिर है. इस मंदिर का नाम है गुप्तेश्वर मंदिर. गुप्तेश्वर मंदिर की स्थापना करीब 70 साल पहले हुई. ऐसा माना जाता है कि यहां पर स्थित शिवलिंग स्वयं प्रकट हुआ है. प्रत्येक वर्ष सावन के महीने में इस मंदिर में शिव भक्तों की भीड़ जुटती है. खासकर सावन के सोमवार को यहां पर भक्तों का तांता सुबह से लेकर शाम तक लगा रहता है.

पड़ोसी राज्यों से भी लोग आते हैं जलाभिषेक करने

वहीं, शाम के समय बाबा का रुद्राभिषेक आकर्षण का केंद्र होता है. इस मंदिर में सावन के सोमवारों में भोले बाबा का जलाभिषेक करने बिरमित्रपुर समेत सुंदरगढ़ जिले के अलग-अलग स्थानो के अलावा पड़ोसी झारखंड राज्य के सीमावर्ती अंचलों से भी भक्त जुटते हैं. इसके लिये मंदिर कमेटी की ओर से भी समुचित व्यवस्था हाेती है.

पुजारी विंध्याचल पांडे की अगुवाई में होते हैं धार्मिक अनुष्ठान

इस मंदिर के पुजारी विध्यांचल पांडे विगत तीन दशक से मंदिर में पूजा करते आ रहे हैं. उनकी अगुवाई में यहां पर सावन के महीनों में विविध धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया जाता है. उनसे पहले उनके पिता चंद्रदेव पांडे मंदिर की देखभाल किया करते थे. वहीं सावन के महीने में बिरमित्रपुर से होकर विभिन्न शैव पीठों तक कांवर लेकर जाने वाले भक्तों के आराम के साथ उनके अल्पाहार की व्यवस्था भी मंदिर कमेटी तथा स्थानीय स्वयंसेवियों की ओर से की जाती है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें