16.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Iran: ईरान में इस साल 354 लोगों को दी गयी सजा-ए-मौत, जानें आखिर क्या है कारण

Advertisement

मनावाधिकार संगठन द्वारा पेश किये गए एक रिपोर्ट के अनुसार देश में हो रहे इन विरोध प्रदर्शनों को रोकने के लिए और लोगों के मन में डर जगाने के लिए फांसी की सजा में बढ़ोतरी की गयी थी.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Execution in Iran: ईरान में साल 2023 में अभी तक 354 लोगों को फांसी दी जा चुकी है. पिछले साल की तुलना में इस साल फांसी की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. फांसी की सजा में आयी तेजी को ध्यान में रखते हुए नॉर्वे स्थित ईरान ह्यूमन राइट्स ने एक चेतावनी भी जारी कर दी है. मामले पर रौशनी डालते हुए मानवाधिकार संगठन ने कहा कि, पिछले साल की तुलना में यह संख्या काफी ज्यादा है. जानकारी के लिए बता दें हिजाब विरोधी प्रदर्शन के दौरान महसा ईरानी नाम की एक महिला को सही तरीके से हिजाब नहीं पहनने के आरोप में ईरान की पुलिस ने गिरफ्तार करलिया था और इसी दौरान उस महिला की मौत हो गयी थी. महसा की मौत के बाद विरोध प्रदर्शन और भी ज्यादा तेज हो गया था. इस विरोध प्रदर्शन का असर पूरे ईरान में देखा जाने लगा था.

- Advertisement -

फांसी की सजा में की गयी थी बढ़ोतरी

मनावाधिकार संगठन द्वारा पेश किये गए एक रिपोर्ट के अनुसार देश में हो रहे इन विरोध प्रदर्शनों को रोकने के लिए और लोगों के मन में डर जगाने के लिए फांसी की सजा में बढ़ोतरी की गयी थी. पेश की गयी एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2022 में ईरान में 582 लोगों को मौत की सजा दी गयी थी. पिछले साल की तुलना में इस साल अभी तक 354 लोगों को मौत की सजा दी जा चुकी है. वहीं, बात करें साल 2022 के पहले छह महीनों की तो उस दौरान देश में केवल 261 लोगों को ही सजा-ए-मौत दी गयी थी. यह आंकड़े साफ़ इशारा करते हैं कि, पिछले साल की तुलना में इस साल 36 प्रतिशत ज्यादा सजा दी गयी है. जारी किये गए रिपोर्ट में इस बात पर भी ध्यान दिया गया है कि ईरान में मारे गए लोगों में से 20 प्रतिशत बलूच माइनॉरिटी हैं.

क्यों दी गयी फांसी की सजा

पेश की गयी रिपोर्ट के अनुसार इनमें से अधिकतर लोगों को ड्रग्स के आरोपों में फांसी की सजा दी गयी है. साल 2023 में ड्रग्स के मामलों में 206 लोगों को सजा-ए-मौत दी गयी है. यह आंकड़े पिछले साल की तुलना में 126 प्रतिशत अधिक हैं. मामले पर बात करते हुए आईएचआर के निदेशक महमूद अमीरी-मोघदाम ने कहा कि, मौत की सजा समाज में डर पैदा करने और अधिक विरोध-प्रदर्शनों पर रोकने लगाने के लिए दिया जाता है। फांसी की सजा उन लोगों को दी गई है, जो समाज में ड्रग्स बेचने का काम कर रहे थे.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें