28.1 C
Ranchi
Wednesday, February 12, 2025 | 04:42 pm
28.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

UP: निलंबित आईपीएस अफसर मणिलाल पाटीदार की जमानत अर्जी खारिज, दो साल फरार रहने के बाद कोर्ट में किया था सरेंडर

Advertisement

भ्रष्टाचार, रंगदारी मांगने और खुदकुशी के लिए उकसाने के मामले में जेल में बंद निलंबित आईपीएस अफसर मणिलाल पाटीदार को फिलहाल जेल में ही रहना होगा. कोर्ट ने अफसर की जमानत अर्जी को खारिज कर दिया है. महोबा के चर्चित इंद्रकांत त्रिपाठी मामले में फरार रहने के बाद मणिलाल पाटीदार ने कोर्ट में सरेंडर किया था.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Lucknow: निलंबित आईपीएस अफसर मणिलाल पाटीदार को कोर्ट से बड़ा झटका लगा है. लखनऊ की एंटी करप्शन कोर्ट ने पाटीदार की जमानत अर्जी खारिज कर दी है. जज शालिनी सागर ने सुनवाई के बाद जमानत के लिए दिए गए तर्कों को सुनकर सहमत नहीं हुईं और उन्होंने अजी को खारिज किर दिया. उन्होंने अपने आदेश में कहा कि पाटीदार पर लोक सेवक के पद पर रहते हुए गंभीर प्रकृति के अपराध को अंजाम देने का आरोप है, लिहाजा उन्हें जमानत नहीं दी जा सकती.

यूपी के जनपद महोबा में कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी का सात सितंबर 2020 को तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार पर छह लाख रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया में वीडियो वायरल हुआ था. आठ सितंबर को उनके गले में गोली लगी थी और 13 सितंबर को मौत हो गई थी. परिजनों ने मामले में हत्या का आरोप लगाया था.

इसके बाद प्रदेश सरकार ने तीन आईपीएस अफसरों की एसआईटी गठित की थी. एसआईटी जांच में त्रिपाठी की मौत को आत्महत्या तो बताया गया. लेकिन, महोबा में थानेदारों की ट्रांसफर पोस्टिंग में बड़े खेल की पुष्टि की गई. एसआईटी की जांच में तत्कालीन एसपी, थानाध्यक्ष कबरई समेत पांच लोग आत्महत्या के लिए उकसाने और भ्रष्टाचार के दोषी पाए गए.

Also Read: लोकसभा चुनाव 2024: यूपी में भाजपा सांसदों को टिकट के लिए देनी होगी अग्निपरीक्षा, फार्म में मांगी गई जानकारी

इसके बाद शासन ने विजिलेंस जांच के आदेश दिए. पांचों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था. वहीं मणिलाल पाटीदार को 9 सितंबर 2020 को निलंबित कर पुलिस महानिदेशक मुख्यालय से संबद्ध किया गया. लेकिन, वह डीजीपी मुख्यालय में आमद कराने के बजाय फरार हो गया था. जबकि चार आरोपी पहले से जेल में थे.

काफी तलाश के बाद भी मणिलाल पाटीदार का सुराग नहीं मिलने पर एक लाख का इनाम घोषित किया गया. इसके बाद मणिलाल पाटीदार ने 15 अक्तूबर, 2022 को लखनऊ की कोर्ट में आत्मसमर्पण किया.

इस प्रकरण में आईपीएस अफसर से जांच टीम पूछताछ भी कर चुकी है. वहीं मणिलाल पाटीदार जेल से बाहर निकलने की कोशिश में है. एक बार फिर उसने वकील के ज​रिए जमानत अर्जी दाखिल की और दलील दी. हालांकि कोर्ट इससे सहमत नहीं हुआ और अर्जी खारिज कर दी गई.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें