22.1 C
Ranchi
Thursday, February 13, 2025 | 12:16 pm
22.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

झारखंड की जमीन के नक्शे पर माफियाओं की नजर, मूल कॉपी कार्यालय से गायब

Advertisement

झारखंड की जमीन के मूल नक्शों को गायब करने का मामला सामने आया है. यहां बंदोबस्त कार्यालय के अति सुरक्षित नक्शा रूम से ही नक्शा की मूल कॉपी गायब कर दी गयी है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

झारखंड की जमीन के नक्शों पर संकट है. ये नक्शे अब सुरक्षित नहीं है. नक्शा पर माफियाओं की नजर है. वहीं इसकी सुरक्षा में तैनात कर्मियों की मिलीभगत की बात भी सामने आ रही है. यही वजह है कि पहले ऑनलाइन किये गये सभी नक्शों को पेन ड्राइव में कॉपी कर बेच दिया गया. अब झारखंड की जमीन के मूल नक्शों को गायब करने का मामला सामने आया है. यहां बंदोबस्त कार्यालय के अति सुरक्षित नक्शा रूम से ही नक्शा की मूल कॉपी गायब कर दी गयी है. ऐसा एक नहीं कई मामले हुए हैं.

इसमें से एक मूल नक्शा प्रभात खबर के समक्ष आया है. यह नक्शा खूंटी के गोड़ाटोली की है. इसका थाना नंबर 46 है. इस नक्शे की मूल कॉपी पर इसका साल 1902-03 ईस्वी लिखा हुआ है. इसमें मिलान शीट नंबर -1 उल्लेख किया गया है.

इस शीट में पूरे इलाके का नक्शा है. इसमें हर खाता और प्लॉट के मुताबिक जमीन की स्थिति दर्शायी गयी है. किसी भी व्यक्ति को जरूरत पड़ने पर तय फीस लेकर इन नक्शों की कॉपी दी जाती है, लेकिन यह बताया जा रहा है कि यहां से मूल कॉपी बाजार में दो से पांच हजार रुपये में बेचे जा रहे हैं. कर्मियों की मिलीभगत से ऐसा हो रहा है. कर्मियों का कहना है कि यह संपत्ति राज्य के लोगों की है. अगर यह नष्ट हो जायेगा, तो जमीन की वास्तविक स्थिति का ही पता नहीं चलेगा.

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में लाये गये थे नक्शे

पटना के गर्दनीबाग से नक्शे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में रांची लाये गये थे. इसके लिए चार डीएसपी के साथ ही कार्यपालक दंडाधिकारियों को तैनात किया गया था. कई ट्रकों में लाद कर स्कॉट कर नक्शे लाये गये थे. रांची बंदोबस्त कार्यालय में नक्शा लाया गया था, तो यहां भी चाक चौबंद सुरक्षा थी. नक्शा को किसी तरह का नुकसान न हो, इसके लिए सारे प्रबंध किये गये थे. नक्शा रूम तैयार कराया गया था. नक्शा रूम में अनाधिकार प्रवेश वर्जित किया गया. दीमक से रक्षा के लिए ट्रिटमेंट भी किये जाते हैं, पर यहां कर्मियों से ही नक्शा को नुकसान हो रहा है.

ठेकाकर्मियों के भरोसे है नक्शा प्रशाखा

यहां का नक्शा प्रशाखा ठेकाकर्मियों के जिम्मे में है. प्रशाखा के प्रभारी और एक सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी के स्तर के अधिकारी को छोड़ कर सारे ठेका कर्मी हैं. इन ठेका कर्मियों को पहले भी हटाने का निर्देश हुआ था, लेकिन इन्हें हटाया नहीं गया, बल्कि इन्हें सबसे महत्वपूर्ण प्रशाखा की जिम्मेवारी दे दी गयी है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें