15.1 C
Ranchi
Saturday, February 8, 2025 | 10:29 am
15.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

बिहार: पूर्वी चंपारण में नील गायों का शिकार करेंगे आंध्र प्रदेश के शूटर, जानें प्रशासन ने क्यों उठाया ये कदम

Advertisement

बिहार के पूर्वी चंपारण में नील गायों का आतंक काफी ज्यादा बढ़ गया है. खासकर मधुबन क्षेत्र में हजारों की संख्या में मौजूद नील गाय किसानों के लिए मुसीबत बन गया है. पिछले वर्ष आंध्रप्रदेश से आये शूटर के द्वारा काफी संख्या नील गायों को मारा गया था.

Audio Book

ऑडियो सुनें

बिहार के पूर्वी चंपारण में नील गायों का आतंक काफी ज्यादा बढ़ गया है. खासकर मधुबन क्षेत्र में हजारों की संख्या में मौजूद नील गाय किसानों के लिए मुसीबत बन गया है. पिछले वर्ष आंध्रप्रदेश से आये शूटर के द्वारा काफी संख्या नील गायों को मारा गया था. विगत एक वर्ष में नील गायों की संख्या में गुणात्मक वृद्धि के कारण नील गाय से फसलों को काफी नुकसान पहुंच रहा है. इस समस्या से निबटने के लिए एक बार प्रशासन के द्वारा प्रशिक्षित शूटर को बुलाया गया है. आध्रप्रदेश के चंदन रेड्डी को सरकार ने हायर किया है, जो प्रशासन के द्वारा तैयार शिड्यूल के अनुसार नील गायों को मार गिरायेंगे. इस कार्य के लिये सभी मुखिया को जगह चिन्हित करने का निर्देश दिया गया है.

- Advertisement -

बीडीओ रजनीश कुमार ने बताया कि सभी पंचायतों में नील गायों को शूटर मारेंगे. नील गायों की संख्या काफी बढ़ गयी है. इससे किसानों का काफी ज्यादा नुकसान हो रहा है. नील गायों का झुंड खेतों में चरने के साथ फसलों को बर्बाद कर रहे हैं. इससे बड़ी बात ये है कि नील गायों की संख्या इतनी ज्यादा है कि इन्हें काबू करना संभव नहीं है. इनकी संख्या को देखते हुए पिछले वर्ष भी शूटरों को बुलाया गया था. इस वर्ष आध्रप्रदेश के चंदन रेड्डी को हायर किया गया है. इस काम में हर पंचायत के मुखिया मदद करेंगे.

Also Read: ओडिशा रेल हादसा: इमरजेंसी विंडो तोड़कर निकला मधुबनी का पप्पू, दुबारा जाकर चार साथियों को भी बचाया

मधुबन क्षेत्र के किसान बबलू कुमार ने बताया कि इस वर्ष उन्होंने अपने खेत में मकई की फसल लगायी थी. फसल काफी अच्छी थी. कई बार पानी पटाने और खाद पर खर्च किया था. पौधों में मकई लगनी शुरू हुई थी. मगर नील गायों ने पूरा खेत ही तबाह कर दिया. खेत में मकई के पौधे इस लायक भी नहीं हैं कि उन्हें काटकर जानवरों को खिलाया जा सकें. इसी तरह इलाके में कई किसानों की पूरी फसल खराब हुई है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें