16.1 C
Ranchi
Saturday, February 22, 2025 | 03:36 am
16.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

बिहार में पुराने स्वाद वाली दाल-सब्जियों की होगी तलाश, पहले जैसी महक वाले फूलों की भी होगी खोज

Advertisement

बिहार के सभी जिलों में जागरूकता अभियान व प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जायेगा. जिसमें, किसानों से उनकी फसलों की गुणवत्ता और स्वाद के बारे में पूछा जायेगा. किसानों की ओर से बतायी गयीं फसलों, फूलों व सब्जियों की गुणवत्ता व उनकी प्रजाति की कृषि वैज्ञानिक जांच करेंगे.

Audio Book

ऑडियो सुनें

मनोज कुमार, पटना. बिहार की सब्जियों में पहले जैसा स्वाद नहीं रह गया है. फूलों में भी अब पुरानी खुशबू नहीं है. दालों में भी अब पहले जैसी बात न के बराबर है. कई औषद्यीय पौधों की गुणवत्ता भी प्रभावित हुई है. गेहूं व धान के स्वाद पर भी व्यापक असर पड़ा है. नयी प्रजाति के बीज से इनकी उपज के कारण सब्जियों, फूलों व दालों में अब वो पुरानी बात नहीं रही. मगर, इन सब के बीच राज्य में कहीं न कहीं सीमित मात्रा में पुराने स्वाद वाली दाल- सब्जियों, फूल व औषद्यीय पौधों की खेती हो रही है. ये खेती कहां और किसके द्वारा की जा रही है, इसकी पड़ताल कृषि विभाग करेगा. पड़ताल के बाद इनका संरक्षण किया जायेगा. भागलपुर कृषि विश्वविद्यालय को इसका जिम्मा दिया गया है. ऐसे होगी पड़ताल

ऐसे होगी पड़ताल 

सभी जिलों में जागरुकता अभियान व प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जायेगा. जिसमें, किसानों से उनकी फसलों की गुणवत्ता और स्वाद के बारे में पूछा जायेगा. किसानों की ओर से बतायी गयीं फसलों, फूलों व सब्जियों की गुणवत्ता व उनकी प्रजाति की कृषि वैज्ञानिक जांच करेंगे. जांच में अगर उनकी गुणवत्ता बाजार में मिल रहीं सब्जियों, फूलों व दालों से अलग तथा स्वाद में वास्तव में पहले जैसे पाये जायेंगे तो, उनका संरक्षण किया जायेगा. प्रशिक्षण व जागरूकता अभियान के लिए कृषि विभाग की ओर से 69 लाख रुपये स्वीकृत किये गये हैं. इनकी गुणवत्ता, स्वाद, खुशबू की होगी पड़ताल

  • सब्जियों में कद्दू, लौकी, टिंडा, खीरा, ककड़ी, पेठा, परवल, टमाटर, गोभी व पालक

  • मसालों में लहसून, मेथी, धनिया, खाद्यान्नों में गेहूं, धान, मक्का, जवार, राबी, मड़ुवा

  • तेल में सरसों, तीसी, तिल, मूंगफली की पड़ताल की जायेगी.

  • दाल में मसूर, चना व खेसारी, मटर, उदड़, मूंग में पुराने स्वाद की जांच होगी.

  • फूल में गेंदा, गुलाब, कचनार की गुणवत्ता परखी जायेगी.

  • औषद्यीय पौधों में तुलसी, भृंगराज, पत्थरचट्टा की नस्लें जांची जायेंगी.

Also Read: बिहार में न्याय मिलने की राह आसान नहीं, मुकदमों के बोझ तले अदालत, 35 लाख केस पेंडिंग

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें