26.4 C
Ranchi
Saturday, February 8, 2025 | 04:43 pm
26.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

कहने को जश्न-ए-बहारा है… जावेद अली के गानों पर झूमा पटना, भोजपुरी गीतों ने भी जीता दिल

Advertisement

‘बिहार दिवस’ के मौके पर बुधवार को राजधानी के ऐतिहासिक गांधी मैदान में बिहार के समृद्ध इतिहास, जीवंत संस्कृति और विकास की झलक देखने को मिली. यहां तीन दिवसीय कार्यक्रमों का शानदार आगाज हुआ. मुख्य मंच पर शाम को बॉलीवुड सिंगर व पार्श्व गायक जावेद अली की फिल्मी गीतों की प्रस्तुति से समां बांध दिया.

Audio Book

ऑडियो सुनें

गांधी मैदान में बुधवार की रात आयोजित बिहार दिवस 2023 समारोह में प्रसिद्ध बॉलीवुड सिंगर जावेद अली की सुरीली आवाज ने युवाओं पर जादू कर दिया. उन्होंने एक से बढ़कर एक गीतों को गाकर समां बांध दिया. हजारों की संख्या में यहां मौजूद श्रोता जिसमें बड़ी संख्या युवाओं की थी उनके गीतों पर झूमती नजर आयी.

- Advertisement -

जावेद अली के गानों पर झूमा पटना 

जावेद अली ने गीत- तू मेरी अधूरी प्यास, तू आ गयी मन को रास रास, अब तो, आजा पास-पास, है गुजारिश… से शुुरूआत की इसके बाद – कहने को जश्न-ए-बहारा है, दिल ये देख के हैरां हैं, फूल से खुशबू खफा-खफा है गुलशन में, छुपा है कोई रंज फिजा की चिलमन में… फिर उन्होंने- तू जो मिला लो हो गया मैं काबिल, तू जो मिला तो हो गया सब हासिल हां, मुश्किल सही आसां हुई मंजिल, क्यों कि तू… इसके बाद – सीधे सादे सारा, सौला सीधा सीधा होना जी, मैंने तुमको पाना है, या तुने मैं को खोना जी… और फिर उनका अगला गाना सूफी गीत था जिसके बोल थे – वो जो मुझमें समाया, वो जो तुझमें समाया, मौला वही-वही माया, कुन फायाकुन… इन गीतों ने युवाओं पर जादू सा असर किया. हर ओर से तालियां और युवाओं का जोश दिख रहा था.

भोजपुरी गीतों ने जीता दिल

सांस्कृतिक प्रस्तुति में बिहार के चर्चित लोक गायक सत्येंद्र कुमार संगीत ने भिखारी ठाकुर और महेंद्र मिश्र के गाये गीतों को अपनी मधुर आवाज में गाकर श्रोताओं का दिल जीत लिया. उन्होंने हम त खेलत रही अम्मा जी के गोदिया… अंगुरी में डंसले बिया नगिनिया रे, ऐ ननदी दियरा जरा द… जैसे गीतों पर खूब तालियां बटोरी.

दिल चुराकर न हमको भुलाया करो….

चरागों को आंखों में महफूज रखना…..किसी अंधेरे मोड़ पर मुलाकात होगी.. इस शेर के साथ जैसे ही दिल चुराकर न हमको भुलाया करो…..गीत की प्रस्तुति गायक ने दी तो, दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनका स्वागत किया. गायक के रूप में मंच पर मौजूद निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के महानिदेशक आलोक राज ने भी हाथ जोड़कर दर्शकों का अभिभावदन स्वीकार किया. इसके बाद उन्होंने दिन गये अब बीत…….गीत की प्रस्तुति देते हुए दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया. यह नजारा बुधवार की शाम श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित बिहार दिवस समारोह के पहले दिन देखने को मिला.

शोक कुमार प्रसाद ने माहौल को बनाया भक्तिमय

इस अवसर पर शास्त्रीय संगीत गायक अशोक कुमार प्रसाद ने राम भजन राम से कोई मिला दे…..की प्रस्तुति देते हुए माहौल को भक्तिमय बना दिया. मौके पर गायक आलोक राज व उनके संगीत गुरू अशोक कुमार प्रसाद ने बिहार गान जय-जय बिहार…..विश्व पटल पर महिमामंडित हो बिहार……गीत पेश करते हुए सभी दर्शकों को राज्य की समृद्धि से अवगत करा गौरवांवित महसूस कराया.

जिसे ओढ़ता-बिछाता हूं, वो गजल आपको सुनाता हूं……

वहीं गायक आलोक राज ने मैं जिसे ओढ़ता-बिछाता हूं, वो गजल आपको सुनाता हूं……पेश कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. कार्यक्रम में लोक गायिका नीतू कुमारी नूतन ने लोक गीत की प्रस्तुति देते हुए महापर्व छठ की छठा का एहसास कराया. उन्होंने अखियां में आइल धीरे-धीरे छठी मइयां रुपवा तोहार……,नदियां मोरी बैरन भयी, मइया रही ओय पार जैसे लोकगीत की प्रस्तुति दी. इसके साथ ही उन्होंने देवी पचरा गीत अईली माई आजो अंगनवा हमार…..की प्रस्तुति देते हुए दर्शकों भक्ति रस से सराबोर कर दिया.

प्राची पल्लवी ने कथक और कंटेपरी नृत्य का फ्यूजन पेश किया 

कथक नृत्यांगना प्राची पल्लवी ने कथक और कंटेपरी नृत्य का फ्यूजन पेश करते हुए खूब तालियां बटोरी. उन्होंने गणेश वंदना हे गणराज से नृत्य की शुरुआत की. इसके बाद उन्होंने बॉलिवुड गीत मोह- मोह के धागे……., फेरो ना नजरिया……. और मेरे ढोलना पर कथक और कंटेपररी नृत्य का फ्यूजन पेश करते हुए हैरत अंगेज मूव की प्रस्तुति दे दर्शकों का मनोरंजन किया.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें