24.1 C
Ranchi
Friday, February 7, 2025 | 05:27 pm
24.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

उमेश पाल हत्याकांड: कौन है अतीक अहमद का सफेदपोश मददगार? सीबीआई ने चार्जशीट से निकाला था गुड्डू मुस्लिम का नाम

Advertisement

उमेश पाल हत्याकांड की जांच कर रही एजेंसियों को कुछ नए सुराग मिले हैं. पता चला है कि प्रयागराज और कौशांबी के बीच नेशनल हाइवे पर करोड़ों की जमीन को लेकर उमेश पाल पर कुछ लोगों ने दबाव बनाया था. वहीं अतीक अहमद की एक सफेदपोश नेता से बातचीत का भी रिकार्ड खंगाला जा रहा है, अतीक ने इस नेता से गुहार लगाई थी.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Prayagraj: उमेश पाल हत्याकांड में एसटीएफ और पुलिस अपनी जांच का दायरा लगातार बढ़ाती जा रही है. जांच पड़ताल में जो भी बातें सामने आ रही हैं, उसकी गहराई से पड़ताल की जा रही है. इससे आने वाले दिनों में कई अहम खुलासे होने की उम्मीद है. शुरुआत में भले ही इसे सिर्फ आपराधिक वारदात के तौर पर देखा जा रहा था. लेकिन अब धीरे धीरे सामने आ रहा है कि हत्याकांड से जुड़ी कई और भी वजह बेहद अहम हैं. अतीक अहमद के मददगार के तौर पर कई सफेदपोश लोगों के नाम भी उजागर हो सकते हैं.

- Advertisement -

करोड़ों की जमीन को लेकर उमेश पाल पर बनाया जा रहा था दबाव

इस बीच उमेश पाल हत्याकांड की जांच कर रही एजेंसियों को कुछ नए सुराग मिले हैं. पता चला है कि प्रयागराज और कौशांबी के बीच नेशनल हाइवे पर करोड़ों की जमीन को लेकर उमेश पाल पर कुछ लोगों ने दबाव बनाया था. इस जमीन में उमेश के साथ अतीक के कुछ पुराने साथी शामिल थे. अतीक की नजर भी इस जमीन पर थी. साथ ही एक सफेदपोश की ओर से भी इस जमीन के लिए दबाव बनाया जा रहा था. हालांकि उमेश पाल ने किसी का दबाव नहीं माना. इसी वजह से उसे रास्ते से हटाया गया.

खंगाले जा रहे दस्तावेज, सफेदपोश की भूमिका की जांच शुरू

कहा जा रहा है कि जांच एजेंसियों ने तफ्तीश में इस बिंदु को भी शामिल किया है. सूत्रों के मुताबिक जमीन से जुड़े कागजात और इसमें शामिल लोगों के बारे में जानकारी जुटाने के साथ उनसे पूछताछ की जा रही है. इस बीच अतीक अहमद को बचाने में एक सफेदपोश की भूमिका की बात भी कही जा रही है. जांच में जुटे अफसर फिलहाल इस मामले में कुछ नहीं बोल रहे हैं. लेकिन उनको कई अहम जानकारियों मिली हैं.

अतीक अहमद को वारदात के बाद सताने लगा डर

कहा जा रहा है कि उमेश पाल हत्याकांड के बाद जिस तरह से यूपी की सियासत में मामला गरमा गया और विधानसभा के बजट सत्र के दौरान विपक्ष ने इसे बड़ा मुद्दा बनाया, उससे न सिर्फ अतीक को इसकी टाइमिंग को लेकर अफसोस हुआ, बल्कि उसने उसके बाद शुरू हुए पुलिस के एनकाउंटर को लेकर भी उसमें डर बढ़ गया. इसके बाद अतीक अहमद ने प्रयागराज के एक सफेदपोश से फोन के जरिए मदद की गुहार लगाई. हालांकि एसटीएफ और पुलिस के अफसर इस पर कुछ बोल नहीं रहे हैं. लेकिन, कहा जा रहा है कि इसका सुराग मिलने के बाद फोन कॉल की डिटेल खंगाली जा रही है. पुख्ता सूबत मिलते ही इसे लेकर भी लोगों को हिरासत में लिया जाएगा.

Also Read: गुरुवार के उपाय: मिलेगी सरकारी नौकरी और कारोबार को लगेंगे पंख, बंद किस्मत का खुलेगा दरवाजा, आज कर लें ये काम
एसटीएफ और पुलिस सबूत खंगालने में जुटी

कहा जा रहा है कि अतीक अहमद ने जिस सफेदपोश नेता से फोन के जरिए बात की, उसे भरोसे में लेने का प्रयास किया और अपने पुराने संबंधों का हवाला देते हुए एसटीएफ और पुलिस की कार्रवाई को रोकने के लिए गुजारिश की. हालांकि जिस तरह से अतीक अहमद की पत्नी, बेटे और गुर्गों पर शिकंजा कसने के लिए ताबड़तोड़ दबिश दी जा रही है और सबूत जुटाए जा रहे हैं, उससे साफ नजर आ रहा है कि इन बातों का असर नहीं हुआ. लेकिन, इस सफेदपोश नेता के जरिए अतीक अहमद से जुड़े तमाम रहस्य से पर्दाफाश हो सकता है. इसलिए कॉल डिटेल खंगाली जा रही है. इसके अलावा कब और किस तरीके से बातचीत हुई, इसका पता लगाया जा रहा है.

राजू पाल हत्याकांड में सात आरोपियों के चार्जशीट से हटाए गए थे नाम

इस बीच सामने आया है कि उमेश पाल हत्याकांड में फरार शूटर गुड्डू मुस्लिम को राजू पाल हत्याकांड में आरोपी बनाया गया था. प्रयागराज पुलिस और सीबीसीआईडी दोनों ने ही गुड्डू के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. लेकिन, सीबीआई ने जब चार्जशीट दाखिल की तो उसमें गुड्डू का नहीं था. सीबीआई ने पुलिस की चार्जशीट में शामिल 17 आरोपियों में से सात के नाम हटा दिए थे. अब उन सभी लोगों की जांच का फैसला किया गया है. उमेश पाल हत्याकांड में उनकी संलिप्तता की जांच में अहम खुलासे होने की उम्मीद है.

गुड्डू मुस्लिम का भी नाम किया गया था बाहर, अब की जा रही पड़ताल

राजू पाल हत्याकांड में गुड्डू मुस्लिम का नाम शामिल किया था. मूल एफआईआर में शामिल 10 नामों के अलावा आरोपियों के सात और नाम जोड़े गए थे. गुड्डू मुस्लिम भी उन सात आरोपियों में से एक था. बाद में चार्जशीट लगी तो भी मुख्य रूप से 17 आरोपियों में गुड्डू मुस्लिम का भी नाम शामिल किया गया था. जब यह मामला सीबीसीआईडी को ट्रांसफर हुआ तो भी इन्हीं 17 के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई. हालांकि सीबीआई ने जांच के दौरान सात नामों को निकाल दिया. इनमें गुड्डू मुस्लिम भी शामिल था.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें