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तमिलनाडु: AIADMK के नए बैनर पर छिड़ी बहस, मतदान से कुछ घंटे पहले EPS की पार्टी ने सहयोगी BJP को पोस्टर से हटाया

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AIADMK के कार्यालय में कल सुबह लगाए गए पोस्टरों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा नेताओं की कोई तस्वीर नहीं थी.

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चेन्नई: एडापडी के पलानीसामी (ईपीएस) के तहत तमिलनाडु की प्रमुख विपक्षी दल अन्नाद्रमुक और उसकी सहयोगी भाजपा के बीच बढ़ते टकराव के स्पष्ट संकेत के बीच द्रविड़ पार्टी ने इरोड पूर्वी विधानसभा के लिए उपचुनाव से कुछ घंटे पहले अपनी सहयोगी भाजपा को चुपचाप किनारे कर दिया था.

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पोस्टर से पीएम मोदी समेत बीजेपी नेताओं की तस्वीर गायब

बुधवार सुबह पार्टी कार्यालय में लगे पोस्टरों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा नेताओं की तस्वीर नहीं थी. गठबंधन का नाम भी भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से बदलकर ‘राष्ट्रीय जनतांत्रिक प्रगतिशील गठबंधन’ कर दिया गया. हालाँकि, घंटों बाद, भाजपा के राज्य प्रमुख के अन्नामलाई ने कहा कि “उचित उत्तर दिया जाएगा, जिसके बाद फिर से गठबंधन का नाम बहाल कर दिया गया.

बीजेपी को संदेश देने की कोशिश

सूत्रों के मुताबिक पोस्टर विवाद शुरू कर के ईपीएस ने बीजेपी को साफ संदेश भेजा है. दरअसल इरोड विधानसभा उप-चुनाव 27 फरवरी को होनी है वहीं बीजेपी की तमिलनाडु के 234 सदस्यीय विधानसभा में चार विधायकों के साथ राज्य में मामूली उपस्थिति है, बावजूद इसके पिछले डेढ़ साल में बीजेपी ने खुद को राज्य में प्रमुख विपक्ष के रूप में पेश करना शुरू कर दिया है, बताएं की जयललिता के निधन के बाद ईपीएस और ओपीएस के बीच नेतृत्व के संघर्ष की वजह से ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई.

लोकसभा चुनाव से पहले शक्ति प्रदर्शन

हालांकि दिवंगत AIADMK बॉस जयललिता ने कभी भी बीजेपी के साथ गठबंधन नहीं किया, ओ पन्नीरसेल्वम (ओपीएस) और ईपीएस, जिन्होंने उनकी मृत्यु के बाद संयुक्त रूप से पार्टी का नेतृत्व किया, ने बीजेपी के साथ गठबंधन किया और लोकसभा और विधानसभा दोनों चुनाव हार गए. वहीं अन्नाद्रमुक का एकमात्र नेता बनने के बाद ईपीएस का यह पहला चुनाव है जबकि 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं और ऐसा लगता है कि वह अपने राजनीतिक बाहुबल का प्रदर्शन कर रहे हैं.

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