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केदारकंठा ट्रैक की चोटी पर रांची की संताेषी, 19,500 फीट की ऊंचाई पर फहराया तिरंगा

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कहते हैं जब हौसला बुलंद हो तो हर मुकाम हासिल किया जा सकता है. इसी इरादे के साथ रांची की रहने वाली संताेषी कुमारी ने उत्तराखंड में सबसे ऊंची चोटी को फतह करने में कामयाबी हासिल की है. 19,500 फीट की ऊंचाई पर भारत का तिरंगा फहराया है.

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Ranchi News: रांची की संतोषी कुमारी ने हिमालय रेंज के केदारकंठा ट्रैक को फतह किया है. तापमान माइनस 19 डिग्री था. इसी तापमान में उत्तर काशी की तराई पर पहुंचीं. संतोषी ने 19,500 फीट की ऊंचाई तक की ट्रैकिंग 27 दिसंबर को पूरा किया. ट्रैकिंग की शुरुआत 25 दिसंबर को सुबह छह बजे शुरू की. सिर्फ ढाई दिनों में इस ट्रैक को पूरा कर संतोषी ने मिसाल कायम किया है. उन्होंने बताया कि ट्रैकिंग के दौरान ऑक्सीजन की कमी महसूस हुई. इसके लिए बीच-बीच में कैंप भी किया. केदारकंठा ट्रैकिंग समिट के शिखर पर पहुंच संतोषी ने सबसे पहले 11 राउंड सूर्य नमस्कार किया. इसके बाद अपनी सफलता का जश्न तिरंगा फहराकर मनाया. इससे पहले भी वह 2011 में हनुमान टिब्बा पर्वत शृंखला पर भी ट्रैकिंग कर चुकी हैं. ट्रैकिंग से पहले संतोषी ने अटल बिहारी एलाइट स्पोर्ट्स एकेडमी से 21 दिनों की ट्रेनिंग पूरी की थी.

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सहायक प्राध्यापक हैं संतोषी

संताेषी वर्तमान में रांची यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ योगा में सहायक प्राध्यापक हैं. साथ ही नेशनल योगासन स्पोर्ट्स फेडरेशन की जज हैं. पूर्व में संतोषी आयुष विभाग से जुड़ी हुई थीं. मूल रूप से घाघरा, गुमला की संतोषी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा जवाहर नवोदय विद्यालय से पूरी की.

नव वर्ष में नयी ऊर्जा मिली

अपने ट्रेकिंग अनुभव को साझा करते हुए संतोषी ने कहा कि एडवेंचर लाइफ आकर्षित करता रहा है. इसकी प्रेरणा पिता लालधर साहू (सेवानिवृत्त सेना अधिकारी) से मिली. यही कारण है कि रॉक क्लाइंबिंग, रिवर राफ्टिंग भी कर चुकी हूं. केदारकंठा को फतह कर नव वर्ष में नयी ऊर्जा को महसूस कर रही हूं.

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रिपोर्ट : लता रानी, रांची

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