17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

राजनीतिक फायदे के लिए अजित सिंह कर रहे हैं पिता का इस्तेमाल

Advertisement

नयी दिल्ली : अजित सिंह के सरकारी बंगले को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. जब से सरकार ने अजित सिंह के सरकारी बंगले का बिजली-पानी कनेक्शन काटा, तब से यह विवाद उभरकर सामने आ गया है. अपने सरकारी बंगले को अजित सिंह स्मारक बनवाने की जिद पर अड़े […]

Audio Book

ऑडियो सुनें

नयी दिल्ली : अजित सिंह के सरकारी बंगले को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. जब से सरकार ने अजित सिंह के सरकारी बंगले का बिजली-पानी कनेक्शन काटा, तब से यह विवाद उभरकर सामने आ गया है. अपने सरकारी बंगले को अजित सिंह स्मारक बनवाने की जिद पर अड़े हैं. अपनी इसी जिद को पूरा करने के लिए

- Advertisement -

उन्होंने महापंचायत बुलायी है. हालांकि दिल्ली पुलिस ने उनकी महापंचायत को गैरकानूनी घोषित कर दिया है. महापंचायत में लोगों को शामिल होने से रोकने के लिए दिल्ली मेट्रो के कई स्टेशन को आज सुबह से बंद कर दिया गया है. जहांगीरपुरी और गुड़गांव के बीच चलने वाले मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया है.पुलिस अधिकारियों ने कहा कि जो भी इस महापंचायत में शामिल होंगे उन्हें रोका जायेगा.

बंगला खाली करने का आदेश मिलने पर क्यों रेस हुए अजित सिंह

अजित सिंह का कहना है कि कुछ ही महीनों पहले कांशी राम के नाम पर संग्रहालय का निर्माण हुआ है, उससे पहले बाबू जगजीवन राम के नाम पर भी संग्रहालय बनाया गया है, फिर मेरी मांग को नाजायज और गैरजरूरी कैसे ठहराया जा सकता है.

इसमें कोई दो राय नहीं है कि अजित सिंह की मांग में दम है और चौधरी चरण सिंह के नाम पर अगर संग्रहालय का निर्माण किया जाये, तो इस देश में किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए. लेकिन यहां गौर करने वाली बात यह है कि अजित सिंह को इतनी देर से क्यों अपने पिता की याद आयी. आज जबकि अजित सिंह सांसद भी नहीं रहे हैं, तो क्या उनकी मांग पूरी हो पायेगी?

यह सवाल इसलिए लाजिमी है कि कुछ ही महीनों पहले अजित सिंह सरकार में थे और मंत्री पद संभाल रहे थे, फिर उस वक्त क्यों उन्होंने अपनी इच्छा जाहिर नहीं की. अगर ऐसा उन्होंने किया होता, तो शायद अबतक चौधरी चरण सिंह के नाम पर संग्रहालय का निर्माण हो गया रहता.

सरकार ठुकरा चुकी है मांग
अजित सिंह की मांग को सरकार ठुकरा चुकी है. सरकार की ओर से कहा है कि अगर कोई मनमानी करना चाहेगा, तो उसे इसकी इजाजत नहीं दी जायेगी.लेकिन मांग ठुकराये जाने के बाद से अजित सिंह और उनके समर्थक आक्रोशित होकर आंदोलन कर रहे हैं.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें