नयी दिल्ली : इन दिनों नरेंद्र मोदी सरकार पर आलोचना का दौर जारी है. पहले गृह मंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र को लेकर विवाद,रेलमंत्री सदानंद गौडा के पुत्र कोलेकरविवाद और अब केंद्रीय अल्पसंख्यक आयोग की मंत्री नजमा हेपतुल्ला को लेकर विवाद शुरू हो गया है. नजमा के उस बयान पर हंगामा शुरू हो गया है,जिसमें […]
नयी दिल्ली : इन दिनों नरेंद्र मोदी सरकार पर आलोचना का दौर जारी है. पहले गृह मंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र को लेकर विवाद,रेलमंत्री सदानंद गौडा के पुत्र कोलेकरविवाद और अब केंद्रीय अल्पसंख्यक आयोग की मंत्री नजमा हेपतुल्ला को लेकर विवाद शुरू हो गया है.
नजमा के उस बयान पर हंगामा शुरू हो गया है,जिसमें उन्होंने संघ प्रमुख मोहन भागवत के दिये गये बयान कि हिन्दुस्तान में रहने वाले हिंदू हैं को समर्थन दिया है. नजमा हेपतुल्ला ने एक न्यूज चैनल को दिये साक्षात्कार में मोहन भागवत के बयान पर समर्थन देते हुए कहा था कि अगर राष्ट्रीय पहचान के तौर पर हिंदुस्तान में रहने वाले लोगों के लिए हिंदू शब्द का प्रयोग किया जाता है तो इसमें बुराई क्या है. उन्होंने कहा कि हिंदू और हिंदी शब्द भारत की ऐतिहासिक पहचान है. नजमा ने साक्षात्कार में कहा कि लोगों को इतिहास नहीं भूलना चाहिए. अरब के देशों में भातर को अल हिंद के नाम से जाना जाता है.
* हिंदी कहा था हिंदू नहीं: नजमा
केंद्रीय मंत्री नजमा हेपतुल्ला अपने बयान से पलट गयीं हैं. बयान पर हंगामा बढ़ने के बाद अल्पसंख्यक मंत्री नजमा हेपतुल्ला ने कहा कि मैंने हिंदी कहा था न कि हिंदू. उन्होंने कहा कि मेरे बयान को बिना समझे ही प्रसारित किया जा रहा है.
* नजमा के बयान पर विवाद
केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री नजता हेपतुल्ला के बयान पर अब हंगामा शुरू हो गया है. कांग्रेस ने उनके बयान की घोर निंदा की है. कांग्रेस के सांसद और पूर्व सूचना और प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने नजमा पर हमला बोला है. उन्होंने मंत्री को संविधान पढ़ने की नसीहत दी है. उन्होंने कहा कि संविधान के अनुसार हिंदुस्तान में रहने वाले सभी लोग भारतीय हैं न कि हिंदू.