नयी दिल्ली : एटीएम से अब सिर्फ नोट ही नहीं अब दवाइयां भी निकलने वाली हैं. जी हां जल्द ही हेल्थ एटीएम का सपना पूरा होने वाला है. भारतीय ग्रामीण क्षेत्रों में यह सुविधा जल्द ही आने वाली है. इस दिशा में राज्य सरकारें कुछ निजी गैर-सरकारी संगठनों के साथ मिलकर हेल्थ एटीएम तैयार करने […]
नयी दिल्ली : एटीएम से अब सिर्फ नोट ही नहीं अब दवाइयां भी निकलने वाली हैं. जी हां जल्द ही हेल्थ एटीएम का सपना पूरा होने वाला है. भारतीय ग्रामीण क्षेत्रों में यह सुविधा जल्द ही आने वाली है. इस दिशा में राज्य सरकारें कुछ निजी गैर-सरकारी संगठनों के साथ मिलकर हेल्थ एटीएम तैयार करने पर विचार कर रही हैं.
स्वास्थ्य क्षेत्रों में काम करने वाला गैर-सरकारी संगठन विश फाउंडेशन राजस्थान में जल्द ही इस दिशा में एक परियोजना का उद्धाटन करने वाली है. इसके जरिए पूरे देश में राज्य सरकारों के साथ मिलकर हेल्थ एटीएम की शुरुआत की जाएगी. फाउंडेसन के सीईओ सौकमत्र घोष ने बताया कि राजस्थान में इस परियोजना की शुरुआत अगले साल जनवरी तक हो जाएगी. इसके बाद अन्य राज्यों जैसेओड़िशाऔर मध्यप्रदेश में भी इस दिशा में काम किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि ‘स्वास्थ्य सेवाओं को उन्नत करने के लिए प्राथमिक चिकित्सा सेवा पर लगातार शोध किए जा रहे हैं. इसके लिए हमारे पास स्वास्थ्य सेवाओं के लिए काम करने वाले शोधकर्ताओं का डेटाबेस है. उनके विचारों को प्रयोगशाला में शोध के बाद लागू किया जाएगा.
घोष ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य देश में गरीबों को कम कीमत पर हेल्थ एटीम और अन्य उपकरणों जैसे ग्लूकोमीटर्स, यूरिन एनालाइजर आदि का फायदा देना है. इस विचार पर सरकारी और गैर-सरकारी 200 से अधिक लोगों स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में नये आविष्कारों को लाने का स्वागत किया है.