नयी दिल्ली : सरकार ने नेशनल आप्टिकल फाइबर नेटवर्क (एनओएफएन) परियोजना के तहत लगभग 5,000 गांवों में केबल बिछाने का काम पूरा कर लिया है. संसद में आज पेश आर्थिक समीक्षा में यह जानकारी दी गई. सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत दिसंबर, 2016 के आखिर तक 2.5 लाख ग्राम पंचायतों को ब्रॉडबैंड से जोडा जाना है. परियोजना की अनुमानित लागत लगभग 30,000 करोड रुपये है.
गावों को इंटनेट से जोड़ने की मुहिम तेज, 5,000 गांवों में केबल बिछाने का काम पूरा
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समीक्षा में कहा गया है, ‘लगभग 5,000 गांवों में केबल बिछाने का काम पूरा कर लिया गया है. इस परियोजना के दिसंबर, 2016 तक पूरा होने की संभावना है. ’ इसके अनुसार सरकार 800 मेगाहट्र्ज, 900 मेगाहट्र्ज, 1800 मेगाहट्र्ज व 2100 मेगाहट्र्ज बैंड में स्पेक्ट्रम की नीलामी अगले महीने करेगी. इसके लिए आरक्षित मूल्य को मंजूरी दी जा चुकी है.
नयी दिल्ली : सरकार ने नेशनल आप्टिकल फाइबर नेटवर्क (एनओएफएन) परियोजना के तहत लगभग 5,000 गांवों में केबल बिछाने का काम पूरा कर लिया है. संसद में आज पेश आर्थिक समीक्षा में यह जानकारी दी गई. सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत दिसंबर, 2016 के आखिर तक 2.5 लाख ग्राम पंचायतों को ब्रॉडबैंड से जोडा जाना है. परियोजना की अनुमानित लागत लगभग 30,000 करोड रुपये है.
समीक्षा में कहा गया है, ‘लगभग 5,000 गांवों में केबल बिछाने का काम पूरा कर लिया गया है. इस परियोजना के दिसंबर, 2016 तक पूरा होने की संभावना है. ’ इसके अनुसार सरकार 800 मेगाहट्र्ज, 900 मेगाहट्र्ज, 1800 मेगाहट्र्ज व 2100 मेगाहट्र्ज बैंड में स्पेक्ट्रम की नीलामी अगले महीने करेगी. इसके लिए आरक्षित मूल्य को मंजूरी दी जा चुकी है.
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