17.1 C
Ranchi
Friday, February 14, 2025 | 01:13 am
17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

नरेंद्र मोदी सरकार के एक साल पर ब्रिटिश मैगजीन ”द इकोनॉमिस्ट” ने की खिंचाई, कहा – PM मोदी हैं वन मैंन बैंड…

Advertisement

ब्रिटेन की मशहूर मैगजीन ‘द इकोनॉमिस्ट’ ने भारत में नरेंद्र मोदी सरकार के एक साल को पूरे होने पर इसे ‘वन मैन बैंड’ की संज्ञा दी. मैगजीन ने एक चित्र भी छापा है, जिसमें वो अपने साथ कई म्युजिकल इंस्ट्रूमेंट लिए हुए हैं. मैगजीन ने आलोचना करते हुए कहा कि एक साल पहले नरेन्द्र मोदी […]

Audio Book

ऑडियो सुनें

ब्रिटेन की मशहूर मैगजीन ‘द इकोनॉमिस्ट’ ने भारत में नरेंद्र मोदी सरकार के एक साल को पूरे होने पर इसे ‘वन मैन बैंड’ की संज्ञा दी. मैगजीन ने एक चित्र भी छापा है, जिसमें वो अपने साथ कई म्युजिकल इंस्ट्रूमेंट लिए हुए हैं. मैगजीन ने आलोचना करते हुए कहा कि एक साल पहले नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में भारतीय जनता पार्टी की सरकार अच्छे दिन के वादे कर सत्ता में आयी. लेकिन उनकी सरकार की स्पीड बहुत निराशाजनक है.

द इकोनॉमिस्ट ने यह भी लिखा है कि भारत में तीस साल के इतिहास में पहली बार भाजपा को स्पष्ट जनादेश मिला. समस्या यह है कि भारत बदलाव चाहता है और दिक्कत यह है कि ‘वन मैन बैंड’ के लिए काम बहुत ज्यादा है.
मैगजीन ने कहा है कि इसमे कोई संदेह नहीं कि मोदी की एक धारणा है कि वो भारत को एक विकसित राष्ट्र बनना चाहिए. कुछ वर्षों में यह दुनिया में सबसे बड़ी आबादी वाला देश और विश्व की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक ताकत बन जाएगा. लेकिन प्रधानमंत्री सोचते हैं कि इसे सिर्फ एक ही इंसान नेतृत्व कर सकता है और वो है – नरेन्द्र दामोदार दास मोदी .
‘द इकोनॉमिस्ट’ ने कहा कि मोदी की दो बड़ी गलतियां हैं. वो सोचते हैं कि कड़वे फैसले के लिए इंतजार किया जा सकता है. हो सकता है कि ऐसा इसलिए है कि शायद मोदी सोचते होंगे कि जबतक कि दोनों सदनों में वो बहुमत में न आ जाए, तबतक यह काम नहीं हो सकता. दूसरी गलती यह है कि वो सोचते हैं कि मोदी अकेले बदलाव ला सकते हैं. मैगजीन ने कहा कि मोदी की सोच अब भी गुजरात के मुख्यमंत्री जैसी है, न कि एक राष्ट्रीय नेता की तरह जो देश को मजबूत और समृद्ध बना सके. यदि वह देश में बदलाव चाहते है तो वन मैन बैंड को नयी ट्यून खोजनी होगी.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें