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जानिए करोड़ो की बिजनेस छोड़कर क्यों चुना वैराग्य का मार्ग ?

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जयपुर : तीस हजार से शुरू कर हजार करोड़ की कंपनी बनाने वाले व्यवसायी ने वैराग्य का मार्ग चुन लिया है. सिरोही निवासी भंवरलाल डोसी की कंपनी का सलाना टर्नओवर 350 करोड़ रुपये का है. लेकिन अब वे बिजनेस छोड़ने का मन बना चुके हैं.31 मई के दिन अदमदाबाद में 600 संतों की मौजूदगी में […]

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जयपुर : तीस हजार से शुरू कर हजार करोड़ की कंपनी बनाने वाले व्यवसायी ने वैराग्य का मार्ग चुन लिया है. सिरोही निवासी भंवरलाल डोसी की कंपनी का सलाना टर्नओवर 350 करोड़ रुपये का है. लेकिन अब वे बिजनेस छोड़ने का मन बना चुके हैं.31 मई के दिन अदमदाबाद में 600 संतों की मौजूदगी में डोसी आचार्य गुणरत्न सुरि महाराज से जैन साधु की दीक्षा लेंगे. गौरतलब है कि अपने संन्यास लेने के कार्यक्रम में भंवरलाल डोसी ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी न्यौता दिया था.

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भंवरलाल डोसी बिजनेस की दुनिया में कोई नया नाम नहीं है. कई देशी -विदेशी कंपनियों के साथ उनकी कंपनी का टाई -अप है. भंवरलाल से यह पूछे जाने पर कि बिजनेस त्याग कर साधु बनने की इच्छा कैसे जागी ? उन्होंने बताया कि धार्मिक ग्रंथ पढ़ने और संयमित जीवन बिताने की वजह से उनके मन में वैराग्य जागा.

हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है . इससे पहले 1994 में वैराग्य की ओर जाने का मन बनाया था. लेकिन पारिवारिक दायित्वों की वजह से ऐसा कर पाना संभव नहीं हो पाया था. लेकिन इस बार वे पूरी तरह से मन बना चुके थे. बिजनेस के बार में बात करते हुए उन्होंने कहा कि बिजनेस और वैराग्य सब में एक ही आदर्श है -अनुशासन.

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