नयी दिल्ली: केंद्रीय खुफिया एजेंसी गुरदासपुर आतंकी हमले की जांच कर रहे हैं. जांच के दौरान कई अहम सुराग हाथ लगे हैं. एजेंसियों ने ना केवल उस कार को अपने कस्टडी में लिया है बल्कि जिस पुरानी इमारत में छुपकर आतंकी पुलिस वालों पर हमला कर रहे थे उसकी भी जांच कर रहे हैं. इमारत […]
नयी दिल्ली: केंद्रीय खुफिया एजेंसी गुरदासपुर आतंकी हमले की जांच कर रहे हैं. जांच के दौरान कई अहम सुराग हाथ लगे हैं. एजेंसियों ने ना केवल उस कार को अपने कस्टडी में लिया है बल्कि जिस पुरानी इमारत में छुपकर आतंकी पुलिस वालों पर हमला कर रहे थे उसकी भी जांच कर रहे हैं. इमारत की जांच के दौरान कई अहम सुराग हाथ आने की बातें की जा रही है. टीवी रिपोर्ट के अनुसार हमले से जुड़ी जानकारी के साथ-साथ कई और राज से भी पर्दा उठ सकता है.
पंजाब के गुरदासपुर में हमला करने वाले आतंकवादियों के बारे में संदेह है कि वे जम्मू और पठानकोट के बीच खुली सीमा अथवा जम्मू जिले के चक हीरा के रास्ते चोरी-छिपे पाकिस्तान की सीमा से भारत में दाखिल हुए. केंद्रीय खुफिया एजेंसियों को इस तरह से आतंकवादियों के भारतीय सीमा में घुसने की गुप्त सूचना मिली थी.
केंद्रीय गृह मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि शायद ये आतंकवादी बीती मध्यरात्रि भारतीय सीमा में दाखिल हुए और अंतरराष्ट्रीय सीमा से करीब 15 किलोमीटर दूर पहाडपुर रोड का इस्तेमाल करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग तक पहुंचे.इसके बाद उन्होंने दीना नगर इलाके में हमले को अंजाम दिया.इस हमले में पंजाब प्रांत के पुलिस अधीक्षक स्तर के एक अधिकारी सहित छह लोग मारे गए.
इन आतंकवादियों के संगठन का नाम अभी स्पष्ट नहीं है. आज का हमला जम्मू क्षेत्र में कठुआ और हीरा नगर में हुए आत्मघाती हमलों से मिलता-जुलता है.
जम्मू में पिछला हमला जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों ने किया था.पिछले साल 20 मार्च को सेना की वर्दी पहने आतंकवादियों के हमले में छह लोग मारे गए थे.जवाबी हमले में दोनों आतंकवादी भी मारे गए थे.