वाशिंगटन : अमेरिका में भारतीय समुदाय के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भव्य स्वागत की तैयारी कर रहे हैं. मोदी 25 सितंबर को सतत विकास पर संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन को संबोधित करने के बाद सैन फांसिस्को की यात्रा करेंगे. इंडो- अमेरिकन कम्युनिटी ऑफ वेस्ट कोस्ट (आइएसीडब्ल्यू) की प्रवक्ता राखी इसरानी ने एक बयान में बताया कि 27 सितंबर को सिलिकॉन वैली के सैन जोस में मोदी के भव्य स्वागत की तैयारी के लिए करीब 500 भारतीय-अमेरिकी संगठनों ने हाथ मिलाया है. बयान में कहा गया है, ‘प्रधानमंत्री मोदी ने अपने कार्यकाल के पहले वर्ष में शानदार काम किया है और आगामी समारोह के लिए लोगों की प्रतिक्रिया से यह बात स्पष्ट है कि भारत के भविष्य के बारे में भारतीय प्रवासियों में कितना उत्साहित है.’
इसमें कहा गया है कि स्वागत समारोह के आयोजकों के पंजीकरण की ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. वर्ष 2015 के बाद के विकास एजेंडे को स्वीकार करने के लिए संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन 26 से 27 सितंबर तक आयोजित होगा और इसे महासभा की उच्चस्तरीय पूर्ण बैठक के रूप में बुलाया जाएगा. मोदी के 25 सितंबर को सभा को संबोधित करने की संभावना है और इसके बाद वह सैन फ्रांसिस्को जाएंगे. वह अमेरिकी के पश्चिमी तट की यात्रा करने वाले चौथे भारतीय प्रधानमंत्री होंगे.
मोदी की सैन फ्रांसिस्को की यात्रा भारतीय प्रधानमंत्रियों द्वारा न्यूयार्क या वाशिंगटन डीसी के अलावा अन्य अमेरिकी शहरों की यात्रा करने की आजादी के बाद की परंपरा को फिर से जीवित करेगी. अमेरिका में खासकर वेस्ट कोस्ट और सिलीकॉन वैली में रह रहे भारतीय प्रवासियों ने मोदी के सैन फ्रांसिस्को की यात्रा करने के निर्णय का स्वागत किया है. सिलीकॉन वैली के सबसे बडे इनडोर स्टेडियमों में शामिल सैप सेंटर में मोदी का भव्य स्वागत करने के लिए बडे स्तर पर तैयारियां चल रही हैं.
सिलीकॉन वैली को विश्व में प्रौद्योगिकी के केंद्र के रूप में जाना जाता है. इस समारोह में करीब 18,000 लोगों के भाग लेने की उम्मीद है. आइएसीडब्ल्यू ने बयान में कहा, ‘स्वागत समारोह ऐसे समय पर आयोजित हो रहा है जब इस दौरान और भी कई उच्च स्तरीय बैठकें और कार्यक्रम निर्धारित हैं. इन सभी का आयोजन नवोन्मेष और उद्यम के साझे विचारों को प्रोत्साहित करना है जो प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में वाइब्रेंट इंडिया और सिलीकॉन वैली दोनों को परिभाषित करते हैं.’
बयान में कहा गया है कि यह यात्रा तकनीक और स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्रों में भारत और भारतीय अमेरिकियों के योगदान को भी रेखांकित करेगी. प्रधानमंत्री के इंटरनेट की दिग्गज कंपनी गूगल के कार्यालयों में भी जाने की संभावना है. वह कैलिफोर्निया में प्रसिद्ध स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय में भाषण देंगे. मोदी ने पिछले साल संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया था और फिर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से मिलने के लिए वॉशिंगटन गये थे.