नयी दिल्ली : द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ बनाने की वकालत करते हुए जर्मनी ने आज कहा कि भारत में निवेश की विशाल संभावना है जिसके लिये सही माहौल तैयार करना है. साथ ही उसने दीर्घकालीन जुडाव के लिये भारत में बौद्धिक संपदा अधिकारों के लिये कानूनी संरक्षण की व्यवस्था मजबूत किये जाने पर जोर दिया.
जर्मनी के नव-नियुक्त राजदूत मार्टिन नेय ने कहा कि उनका देश भारत के साथ व्यापार सहयोग बढ़ाने को लेकर काफी गंभीर है और उम्मीद जतायी कि दोनों पक्ष चांसलर ऐंजला मार्केल की अक्तूबर में यात्रा के दौरान कई समझौतों को वास्तविक रुप देने में कामयाब होंगे.
उन्होंने कहादेश में क्षमता अपार है लेकिन निवेश माहौल को बेहतर रखना होगा और निवेशक आयें और लंबे समय तक भारत से जुडे रहे, इसके लिये बौद्धिक संपदा अधिकारों का कानूनी संरक्षण तथा कानूनी स्पष्टता महत्वपूर्ण है. मर्केल की आगामी यात्रा के बारे में उन्होंने कहा, हमें द्विपक्षीय सहयोग के कई समझौतों पर दस्तखत होने की उम्मीद है.
राजदूत ने कहा कि जर्मनी की शीर्ष कंपनियों के सीईओ भारत को लेकर काफी उत्साहित हैं क्योंकि उन्हें देश में विभिन्न क्षेत्रों में अवसर दिखाई दे रहा है. उन्होंने कहा कि जर्मनी स्वच्छ गंगा के साथ स्मार्ट सिटी परियोजनाओं में सक्रियता से भागीदारी को लेकर गंभीर है. यूरोपीय संघ में जर्मनी, भारत का सबसे बड़ा व्यापार सहयोगी है और एक प्रमुख वैश्विक व्यापार सहयोगी है. दोनों देशों के बीच पिछले साल करीब 15.96 अरब यूरो का व्यापार हुआ.