मुम्बई: मुम्बई कांग्रेस ने आज कहा कि यदि केंद्र नेशनल हेराल्ड मामले में पार्टी और उसके नेताओं के खिलाफ राजनीतिक बदले की कार्रवाई जारी रखता है तो वह ‘जेल भरो’ आंदोलन शुरु करेगी. इस मुद्दे पर दक्षिण मुम्बई में मेट्रो सिनेमा से आजाद मैदान तक विरोध मार्च की अगुवाई करने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पार्टी की मुम्बई इकाई के प्रमुख संजय निरुपम ने केंद्र पर इस मामले में झूठ फैलाने का आरोप लगाया.
निरुपम ने कहा, ‘‘भारतीय चुनाव आयोग को भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा दर्ज मामले में कोई दम नजर नहीं आया. प्रवर्तन निदेशालय ने भी कोई गडबडी नहीं पायी और उसने इस साल अगस्त में इस मामले को बंद कर दिया . लेकिन केंद्र ने निदेशालय के निदेशक को बर्खास्त कर दिया जिन्होंने इस मामले को बंद किया था और फिर उसने (केंद्र ने) एक महीने बाद इस मामले को दोबारा खोला.
” उन्होंने कहा कि यदि स्वामी ने पार्टी की ओर से नहीं बल्कि व्यक्तिगत रुप से मामला दर्ज किया है तो यह कैसे हुआ कि भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने अदालत के आदेश के कुछ ही मिनट बाद पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन किया.
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘कांग्रेस के मन में कानून के प्रति सर्वोच्च सम्मान है लेकिन वह बदले की राजनीति को इतने निचले स्तर पर नहीं ले जाएगी. सभी कांग्रेस कार्यकर्ता केंद्र सरकार की ऐसी हरकत के खिलाफ जेल जाने को तैयार हैं” महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक चव्हाण और मुम्बई कांग्रेस से कई अन्य नेता विरोध मार्च में शामिल हुए.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं उपाध्यक्ष राहुल गांधी को झटका देते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय ने उन्हें जारी किए गए सम्मन खारिज करने की उनकी दरख्वास्त खारिज कर दी. उच्च न्यायालय ने उनकी यह मांग भी नहीं मानी कि निचली अदालत में पेशी से उन्हें छूट दी जाए.