नयी दिल्ली : पंजाब के पठानकोट वायुसैनिक अड्डे पर हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर अगले सप्ताह होने वाली विदेश सचिव स्तरीय वार्ता टाले जा सकने के संकेत के बीच इस बातचीत को लेकर अनिश्चयता का माहौल पैदा हो गया है. वित्त मंत्री अरुण जेटली की ओर से स्पष्ट संकेत आया कि सरकार ‘‘विकल्पों पर विचार” कर रही है.
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अगले सप्ताह होने वाली विदेश सचिव स्तरीय वार्ता को लेकर अनिश्चितता
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नयी दिल्ली : पंजाब के पठानकोट वायुसैनिक अड्डे पर हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर अगले सप्ताह होने वाली विदेश सचिव स्तरीय वार्ता टाले जा सकने के संकेत के बीच इस बातचीत को लेकर अनिश्चयता का माहौल पैदा हो गया है. वित्त मंत्री अरुण जेटली की ओर से स्पष्ट संकेत आया कि सरकार ‘‘विकल्पों पर विचार” […]
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जेटली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की एक बैठक की अध्यक्षता किये जाने के बाद कहा कि भारत पठानकोट में अभियान समाप्त होने के बाद इस वार्ता के बारे में फैसला करेगा। आतंकवादी हमले को लेकर भारत में उत्पन्न आक्रोश को देखते हुए यहां यह रुख है कि विदेश सचिव एस जयशंकर की इस्लामाबाद यात्रा से पहले स्थिति की समीक्षा किये जाने की जरुरत है. जयशंकर का 14 जनवरी को इस्लामाबाद जाने का कार्यक्रम है.
पठानकोट आतंकवादी हमले के बारे में ऐसा लगता है कि यह पाकिस्तान से उत्पन्न हुआ है. यह संभव है कि दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जल्द ही बैठक सकते हैं ताकि पठानकोट हमले और अफगानिस्तान के मजारे शरीफ स्थित भारतीय वाणिज्यिक दूतावास पर हमले के बाद की स्थिति पर चर्चा की जा सके। विदेश सचिव स्तरीय वार्ता उसके बाद हो सकती है.
विदेश सचिव एस जयशंकर का 14 जनवरी को इस्लामाबाद की यात्रा करने का कार्यक्रम है ताकि वह वहां पाकिस्तान के विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी से चर्चा करके हाल में घोषित ‘‘व्यापक द्विपक्षीय वार्ता” के तहत बातचीत को आगे बढाने के लिए रुपरेखा तय कर सकें. आधिकारिक सूत्रों ने यद्यपि आज कहा कि सरकार इस्लामाबाद बैठक के संबंध में ‘‘विकल्पों पर विचार” कर रही है.
आगामी 15 जनवरी को होने वाली भारत…पाकिस्तान वार्ता पर आतंकवादी हमले के प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर जेटली ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि अभियान को समाप्त होने दीजिये और उसके बाद ही सरकार ऐसे मामलों पर रुख अपनाएगी।” दो जनवरी को तडके भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों के एक समूह ने पठानकोट वायुसेना अड्डे पर हमला किया। आतंकवादियों के इस समूह के आतंकवादी संगठन जैशे मोहम्मद के होने का संदेह है. वार्ता बहाली की प्रक्रिया तब सक्रिय हुई थी जब भारत और पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों ने पेरिस में 30 नवम्बर को जलवायु परिवर्तन सम्मेलन के इतर एक मुलाकात की.
इस बैठक के बाद भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों ने एक सप्ताह बाद बैंकाक में एक बैठक की. इसके बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने हार्ट आफ एशिया कान्फ्रेंस में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान की यात्रा की जिस दौरान दोनों पक्षों ने ‘‘व्यापक द्विपक्षीय वार्ता” के तहत वार्ता बहाल करने की घोषणा की.
एक चौंकाने वाले कदम के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 25 दिसम्बर को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को उनके जन्मदिन पर निजी तौर पर बधाई देने के लिए लाहौर की यात्रा की. दोनों देशों के विदेश सचिवों द्वारा वार्ता प्रक्रिया को आगे बढाने के तौर तरीकों एवं अन्य कार्यक्रम संंबंधित पहलुओं पर चर्चा करने की उम्मीद है.
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