19.1 C
Ranchi
Friday, February 7, 2025 | 09:55 pm
19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

अब गठिया का हो सकेगा स्थायी इलाज

Advertisement

आर्थराइटिस की समस्या आमतौर पर बुजुर्गों में होती है. इस रोग में मरीज के जोड़ों खास कर घुटनों के कार्टिलेज घिस जाते हैं. जोड़ों के आपस में रगड़ाने के कारण काफी तेज दर्द होता है. इससे चलने-फिरने में परेशानी होती है. अब मरीजों के लिए एक राहत की खबर है. हाल ही में वैज्ञानिकों को […]

Audio Book

ऑडियो सुनें

आर्थराइटिस की समस्या आमतौर पर बुजुर्गों में होती है. इस रोग में मरीज के जोड़ों खास कर घुटनों के कार्टिलेज घिस जाते हैं. जोड़ों के आपस में रगड़ाने के कारण काफी तेज दर्द होता है. इससे चलने-फिरने में परेशानी होती है. अब मरीजों के लिए एक राहत की खबर है. हाल ही में वैज्ञानिकों को इसके उपचार की दिशा में एक सफलता हाथ लगी है. वैज्ञानिकों ने गाय के टिश्यू से गाय की घुटने की हड्डी (नी कार्टिलेज) बनाने में सफलता प्राप्त की है.
यह रिसर्च स्वीडन की एक यूनिवर्सिटी में किया जा रहा है. अब वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि ऐसी ही प्रक्रिया के जरिये लैब में ह्यूमन कार्टिलेज भी तैयार किया जा सकेगा. इससे धीरे-धीरे मेटल नी ज्वाइंट रिप्लेसमेंट खत्म होगा और कार्टिलेज रिप्लेस करने का बेहतर विकल्प मौजूद होगा. फिलहाल आॅस्टिओआर्थराइटिस का कोई बेहतर इलाज मौजूद नहीं है, छोटी-मोटी समस्या के लिए भी सर्जरी करनी पड़ती है, वहीं ज्वाइंट में कोई बड़ा डैमेज हो, तो ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी की जाती है. हालांकि, आर्टिफिसियल ज्वाइंट्स कुछ दशकों तक ही काम कर पाते हैं, लिहाजा इसके लिए परमानेंट इलाज की जरूरत है. अगर यह रिसर्च सफल होता है, तो तो जिन लोगों के घुटने आर्थराइटिस से खराब हो चुके हों, तो उनका भी परमानेंट इलाज हो सकेगा. हालांिक अभी और िरसर्च की जरूरत है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें