बेंगलुरू : कांग्रेस के साथ करीब पांच दशक के अपने संबंध को खत्म करने का फैसला कर चुके कनार्टक के पूर्व मुख्यमंत्री एस एम कृष्णा ने आज कहा कि पार्टी इस बात को लेकर ‘भ्रम की स्थिति’ में है कि उसे लोकप्रिय नेता चाहिए या नहीं. उन्होंने हालांकि स्पष्ट किया कि वह पार्टी छोडने के अपने फैसले पर पुनर्विचार नहीं करेंगे क्योंकि यह उनके ‘आत्मसम्मान’ और ‘प्रतिष्ठा’ से जुड़ा हुआ है.
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नाराज एसएम कृष्णा ने कहा, कांग्रेस को लीडर नहीं मैनेजर चाहिए
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बेंगलुरू : कांग्रेस के साथ करीब पांच दशक के अपने संबंध को खत्म करने का फैसला कर चुके कनार्टक के पूर्व मुख्यमंत्री एस एम कृष्णा ने आज कहा कि पार्टी इस बात को लेकर ‘भ्रम की स्थिति’ में है कि उसे लोकप्रिय नेता चाहिए या नहीं. उन्होंने हालांकि स्पष्ट किया कि वह पार्टी छोडने के […]
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कृष्णा (84) ने साथ ही स्पष्ट किया कि वह सक्रिय राजनीति से संन्यास नहीं ले रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘दुख के कारण मैंने कांग्रेस छोडने का फैसला किया है.” पूर्व विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘ऐसी स्थिति आ गयी है जब मुझे घर रवाना होगा, जहां मैं 46 वर्षों तक शांतिपूर्वक रहा.” गौरतलब है कि पिछले दो वषोंर् से कृष्णा राष्ट्रीय राजनीति में बहुत अधिक सक्रिय नहीं रहे हैं. कृष्णा ने अपने अगले कदम के बारे में बताने से इनकार कर दिया। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने अब तक इस बाबत कोई फैसला नहीं किया है लेकिन उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की कोई योजना नहीं है, जैसा कि मीडिया में अटकलें लगायी जा रही हैं.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने उनको ‘सबकुछ’ दिया है. बकौल कृष्णा, ‘‘मैंने अच्छा और बुरा दोनों देखा है एवं मीठा और कडवा दोनों स्वाद चखे हैं लेकिन पार्टी को लेकर मेरी वफादारी हमेशा से दृढ रही है.” कृष्णा ने कहा, ‘‘अब ऐसा लगता है कि कांग्रेस इस बात को लेकर भ्रमित है कि उसे लोकप्रिय नेता चाहिए या नहीं. ऐसा लगता है कि स्थिति को संभालना ही काफी है.
महाराष्ट्र के राज्यपाल रह चुके कृष्णा ने कहा कि वह ‘इस सवाल से परेशान हैं कि उम्र का हवाला देकर किसी वफादार कांग्रेस कार्यकर्ता को दरकिनार कर देना कितना सही है. ‘ उन्होंने कहा, ‘‘उम्र मनोदशा से जुडी हुई चीज है.” कृष्णा ने साथ ही कहा कि ‘कोई नेता कभी संन्यास नहीं लेता, केवल उसकी चमक फीकी पड जाती है.” उन्होंने कहा कि कांग्रेस के केंद्रीय नेताओं ने उनसे फैसले पर पुनर्विचार का आग्रह किया लेकिन उन्होंने उनको स्पष्ट कर दिया है कि वह अपने निर्णय पर कायम हैं.उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा, ‘‘मैंने नेतृत्व को याद दिलाया है कि मैं अब भी परिदृश्य में बना हुआ हूं.
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