15.1 C
Ranchi
Wednesday, February 26, 2025 | 03:20 am
15.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

राज्यसभा में सांसदों की अनुपस्थिति से भाजपा अध्यक्ष नाराज, मांगा जा सकता है स्पष्टीकरण

Advertisement

नयी दिल्ली : भाजपा प्रमुख अमित शाह ने सोमवार को राज्यसभा में व्हिप के बावजूद पार्टी सांसदों की अनुपस्थिति को गंभीरता से लिया और इस बारे में अनुपस्थित रहनेवाले सांसदों से स्पष्टीकरण भी मांगा जा सकता है. भाजपा संसदीय पार्टी की बैठक में अमित शाह ने इस संबंध में अपनी अप्रसन्नता व्यक्त की. बैठक में […]

Audio Book

ऑडियो सुनें

नयी दिल्ली : भाजपा प्रमुख अमित शाह ने सोमवार को राज्यसभा में व्हिप के बावजूद पार्टी सांसदों की अनुपस्थिति को गंभीरता से लिया और इस बारे में अनुपस्थित रहनेवाले सांसदों से स्पष्टीकरण भी मांगा जा सकता है. भाजपा संसदीय पार्टी की बैठक में अमित शाह ने इस संबंध में अपनी अप्रसन्नता व्यक्त की. बैठक में मौजूद कुछ सांसदों ने इस बारे में जानकारी दी.

भाजपा संसदीय पार्टी की बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कहा कि जब पार्टी व्हिप जारी करती है तब सदस्यों को सदन में मौजूद रहना चाहिए. पार्टी अध्यक्ष ने इसे गंभीरता से लिया है. उन्होंने सदस्यों से कहा है कि ऐसा दोहराया न जाये.’ पार्टी अध्यक्ष ने सांसदों की अनुपस्थिति पर अपनी नाराजगी ऐसे समय में व्यक्त की है जब सोमवार को ही ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने संबंधी संविधान संशोधन विधेयक पर विपक्ष के संशोधनों के पारित हो जाने से उसे असहज स्थिति का सामना करना पड़ा.

उच्च सदन में सत्तारूढ़ दल के सदस्यों की संख्या 88 है और राज्यसभा ने विधेयक के तीसरे महत्वपूर्ण खंड (क्लॉज) तीन को खारिज करते हुए शेष विधेयक को जरूरी मतों से पारित कर दिया जिसकी वजह से यह विधेयक मूल स्वरूप में पारित नहीं हो सका. इससे एक ओर जहां सरकार की किरकिरी हुई, वहीं ओबीसी वर्ग के हितों के साथ खिलवाड़ करने का सत्ता पक्ष और विपक्ष ने एक-दूसरे पर तीखे आरोप लगाये.

राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने संबंधी संविधान (123वां संशोधन) विधेयक लोकसभा पहले ही पारित कर चुकी थी. सोमवार को राज्य सभा में चर्चा के बाद इसके तीसरे खंड में कांग्रेस के संशोधनों को संसद ने 54 के मुकाबले 75 मतों से मंजूरी दे दी. इन संशोधनों में प्रस्ताव किया गया है कि प्रस्तावित आयोग में एक सदस्य अल्पसंख्यक वर्ग से और एक महिला सहित पांच सदस्य होने चाहिए. मूल विधेयक में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित तीन सदस्यीय आयोग का प्रस्ताव किया गया है.

बैठक में मौजूद एक सांसद ने बताया कि शाह ने कहा कि क्या अनुपस्थित सांसदों का नाम लिया जाये, क्योंकि प्रधानमंत्री और पार्टी बार-बार सदस्यों को सदन में उपस्थित रहने को कहती रही है. इस संबंध में राष्ट्रपति चुनाव के समय वोट अमान्य होने का विषय भी उठा. बैठक में प्रधानमंत्री मौजूद नहीं थे, क्योंकि वे असम में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा करने गये हैं. सूत्रों ने बताया कि भाजपा राज्यसभा में अनुपस्थित रहे सांसदों से सफाई मांग सकती है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें
Home होम Videos वीडियो
News Snaps NewsSnap
News Reels News Reels Your City आप का शहर