नयी दिल्लीः देश में तंबाकू, रोजमर्रा के उपयोग के सामान (एफएमसीजी), वाहन कल-पुर्जे, शराब और कंप्यूटर हार्डवेयर समेत कर्इ वस्तुआें के अवैध कारोबार में लगातार इजाफा हो रहा है. यह खुलासा उद्योग मंडल फिक्की और परामर्श कंपनी केपीएमजी की एक रिपोर्ट में किया गया है. इसमें कहा गया है कि देश में गलत घोषणा, कम मूल्यांकन, वस्तुओं के अंतिम रूप से उपयोग के मामले में दुरुपयोग और अन्य रूप में तस्करी होती है.
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रिपोर्ट के अनुसार, भ्रामक जानकारी वाले वस्तुओं की जब्ती 2016 में 1,187 करोड़ रुपये जबकि कम मूल्यांकन वाले जिंसों की जब्ती 254 करोड़ रुपये की रही. अंतिम उपभोक्ता के तौर पर दुरुपयोग से संबंधित जब्त वस्तुओं का मूल्य 770 करोड़ रुपये का रहा. वहीं, अन्य तरीके से दुरुपयोग वाले जब्त जिंसों का मूल्य 2,780 करोड़ रुपये रहा. यह 2015 के 953 करोड़ रुपये के मुकाबले 191 फीसदी अधिक है. रिपोर्ट में कहा गया है कि यह देश में तस्करी के बढ़ने का संकेत है.
फिक्की के महासचिव संजय बारु ने कहा कि अवैध कारोबार में उल्लेखनीय वृद्धि और जटिलता को देखते हुए अंतर-सरकारी प्रयास और सार्वजनिक-निजी सहयोग जरूरी है, ताकि एक समग्र रणनीति के विकास की दिशा में कदम उठाया जा सके. रिपोर्ट के अनुसार, उद्योग तंबाकू, शराब, कंप्यूटर हार्डवेयर, वाहन कल-पुर्जे, एफएमसीजी, डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ और मोबाइल फोन समेत विभिन्न वस्तुओं के अवैध कारोबार और नकली सामान से प्रभावित हैं. अवैध कारोबार बढ़ने के कारण उच्च कराधान, विकल्प के रूप से सस्ते सामान की उपलब्धता, जागरूकता की कमी और प्रभावी तरीके से नियमन का लागू नहीं होना है.
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