नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र ने अपने लंदन दौरे में आयोजित कार्यक्रम ‘भारत की बात सबके साथ’ में कई मुद्दों पर लोगों से बातचीत की. इस कार्यक्रम के दौरान मॉडरेटर के रूप में प्रसून जोशी थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी एक कविता "रमता राम अकेला" लोगों को सुनाया. प्रधानमंत्री ने अपनी इस कविता को […]
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र ने अपने लंदन दौरे में आयोजित कार्यक्रम ‘भारत की बात सबके साथ’ में कई मुद्दों पर लोगों से बातचीत की. इस कार्यक्रम के दौरान मॉडरेटर के रूप में प्रसून जोशी थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी एक कविता "रमता राम अकेला" लोगों को सुनाया. प्रधानमंत्री ने अपनी इस कविता को आज सोशल मीडिया पर भी शेयर किया है.
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने ‘भारत की बात सबके साथ’ कार्यक्रम में बोलते हुए अपनी इस कविता के बारे में बताया था. उस समय पीएम मोदी ने कहा था कि इस समय उन्हें यह कविता याद नहीं हैं, लेकिन वह जल्द ही अपनी इस कविता को सोशल मीडिया में सबके साथ शेयर जरूर करेंगे. फकीरी मन की अवस्था से जुड़ा है. ये इंजेक्ट करने से नहीं आती, हालात उसे पैदा नहीं करते हैं. ये इनबिल्ट होता है. मैं अपनी तारीफ नहीं कर रहा हूं, लेकिन बताना जरूरी है. जब मैं गुजरात में सीएम था तो मुझे लोग कभी पेंटिंग, कभी तलवार, कभी मूर्ति दे देते थे. सबका मन करता होगा कि इन्हें घर में लगाऊं, लेकिन मैं इन्हें सरकार के ट्रेजरी में डाल देता था. फिर मैंने उसकी नीलामी करवाई.पीएम मोदी ने अपनी इस कविता को अब सोशल मीडिया पर शेयर किया हैं. "रमता राम अकेला" गुजराती में लिखी हुई हैं.
इतिहास आपको कैसे याद रखें? इस सवाल पर मोदी ने कहा कि किसी को याद है कि वेद किसने लिखे थे. दुनिया के सबसे पुराने ग्रंथ. अगर इतने बड़े रचयिता का नाम किसी को याद नहीं है, तो मोदी क्या है. इतनी सी छोटी चीज है. इतिहास में अपनी जगह बनाने के लिए मोदी पैदा नहीं हुआ है. मुझे सवा सौ करोड़ भारतीयों की तरह ही याद रखा जाए. अन्य लोगों की तरह मुझे भी काम मिला है. मकसद है तो मेरा देश अजर अमर है. दुनिया याद करे तो मेरे देश को याद रखें. मेरा देश ही दुनिया को विश्व कल्याण का रास्ता दिखा सकता है.