22.1 C
Ranchi
Thursday, February 13, 2025 | 01:34 pm
22.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

पीएम मोदी ने एक साल में दूसरी बार फहराया तिरंगा, गांधी-नेहरु परिवार पर किया अप्रत्‍यक्ष हमला

Advertisement

नयी दिल्ली : नेहरु-गांधी परिवार पर अप्रत्यक्ष हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि केवल एक परिवार को बाकी से ऊपर रखने के लिए स्वतंत्रता संघर्ष में सरदार वल्लभ भाई पटेल, भीम राव आंबेडकर और सुभाष चंद्र बोस जैसे नेताओं के योगदान को भुलाने के प्रयास किए गये. उन्होंने यह भी […]

Audio Book

ऑडियो सुनें

नयी दिल्ली : नेहरु-गांधी परिवार पर अप्रत्यक्ष हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि केवल एक परिवार को बाकी से ऊपर रखने के लिए स्वतंत्रता संघर्ष में सरदार वल्लभ भाई पटेल, भीम राव आंबेडकर और सुभाष चंद्र बोस जैसे नेताओं के योगदान को भुलाने के प्रयास किए गये.

उन्होंने यह भी कहा कि अब वक्त आ गया है कि भारतीय इन दिग्गजों की ओर से निभाई गई ऐतिहासिक भूमिका के बारे में जानें. बोस की ओर से 1943 में ‘आजाद हिंद सरकार’ के गठन की घोषणा के 75 साल पूरे होने के मौके पर लाल किला परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान ‘आजाद हिंद फौज’ की मशहूर टोपी लगाये हुये मोदी ने लाल किले में राष्ट्रीय ध्वज फहराया और एक पट्टिका का अनावरण किया.

परंपरागत तौर पर प्रधानमंत्री सिर्फ स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं. लाल किले की बैरक संख्या तीन में यह पट्टिका होगी जहां आजाद हिंद फौज के सदस्यों पर मुकदमा चलाया गया था. बैरक में एक संग्रहालय भी स्थापित किया जाएगा. मोदी ने अफसोस जताया कि आजादी के बाद भी भारत की नीतियां ब्रिटिश प्रणाली पर ही आधारित रहीं, क्योंकि ‘चीजों को ब्रिटिश चश्मे से देखा जाता था.

उन्होंने कहा, ‘इसके कारण नीतियों, खासकर शिक्षा से जुड़ी नीतियों, को नुकसान उठाना पड़ा. सुभाष बाबू को भारत के इतिहास और अपने समृद्ध मूल्यों पर हमेशा गर्व रहा. उन्होंने हमें सिखाया कि हर चीज को गैर-भारतीय चश्मे से नहीं देखना चाहिए.

मोदी ने कहा कि यदि भारत को पटेल एवं बोस का मार्गदर्शन मिलता तो चीजें बहुत बेहतर होतीं. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार अब इन चीजों को बदल रही है. उन्होंने कहा, यह अनुचित है कि एक परिवार को महिमामंडित करने के लिए कई अन्य महान नेताओं के योगदान की जानबूझकर अनदेखी की गई.

वक्त आ गया है कि ज्यादा से ज्यादा भारतीयों को सरदार पटेल, बाबासाहेब आंबेडकर और नेताजी सुभाष चंद्र बोस जैसे दिग्गजों की ऐतिहासिक भूमिका के बारे में पता चले. मोदी ने कहा कि बोस ने पूर्वी एवं पूर्वोत्तर भारत पर ध्यान दिया लेकिन बाद में दोनों क्षेत्रों को उचित मान्यता नहीं मिली, लेकिन अब उनकी सरकार पूर्वोत्तर को विकास का इंजन बनाने के लिए काम कर रही है.

बोस की राष्ट्रवाद की भावना को सराहते हुए मोदी ने कहा कि 16 साल के किशोर के रूप में वह ब्रिटिश शासन में भारत के कष्ट को देखकर दुखी थे. उन्होंने कहा, राष्ट्रवाद उनकी विचारधारा थी. उन्होंने राष्ट्रवाद को जिया.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें