17.1 C
Ranchi
Thursday, February 13, 2025 | 11:35 pm
17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Research: गर्भावस्था के दौरान डिब्बाबंद भोजन से शिशु को हो सकती है ऐसी परेशानी

Advertisement

बोस्टन : वैज्ञानिकों के मुताबिक गर्भावस्था के दौरान डिब्बाबंद खाना खाने से शिशु के औद्योगिक रसायन बाईस्फेनोल ए (बीपीए) के संपर्क में आने का खतरा रहता है और आशंका रहती है कि बाद के जीवन में यह उनके प्रजनन संबंधी स्वास्थ्य को प्रभावित हो जाये. पहले के अध्ययनों में यह बात सामने आयी थी कि […]

Audio Book

ऑडियो सुनें

बोस्टन : वैज्ञानिकों के मुताबिक गर्भावस्था के दौरान डिब्बाबंद खाना खाने से शिशु के औद्योगिक रसायन बाईस्फेनोल ए (बीपीए) के संपर्क में आने का खतरा रहता है और आशंका रहती है कि बाद के जीवन में यह उनके प्रजनन संबंधी स्वास्थ्य को प्रभावित हो जाये.

पहले के अध्ययनों में यह बात सामने आयी थी कि प्रसवपूर्व बीपीए के संपर्क आने के कारण स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. लेकिन इस बात के बहुत कम साक्ष्य मिले थे कि इससे गर्भाशय की कार्यप्रणाली पर असर पड़ता है.

अमेरिका में बोस्टन विश्वविद्यालय से अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि ऐसे पर्याप्त आंकड़े हैं जो बीपीए के संपर्क में आने और गर्भाशय की कार्यप्रणाली पर असर से संबंधित चिंताओं को उजागर करते हैं.

भूजल और गाद में बीपीए का पता लगाया जा सकता है. बीपीए का कई औद्योगिक सामग्री एवं डिब्बाबंद खाना तैयार करने में इस्तेमाल किया जाता है.

बोस्टन विश्वविद्यालय में सहायक प्रध्यापिका और लेखिका श्रुति महालिंगैया ने कहा, प्रसवपूर्व की वह अवधि जब गर्भ में पल रहे शिशु के विकास के लिए अहम समय होता है, उस दौरान हमें इनके संपर्क में आने से होने वाले असर के कई साक्ष्य मिले हैं.

उन्होंने कहा कि मानव अंडाणु विकारों से संबंधित कारणों के बारे में और अध्ययन की जरूरत है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें